कोरोना के मौजूदा हालात को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है. फिर चाहे वो वैक्सीन नीति हो या फिर कोविड का खराब मैनेजमेंट, हर मुद्दे को लेकर तमाम विपक्षी नेता रोजाना सरकार से सवाल पूछ रहे हैं. लेकिन अब विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री मोदी को एक चिट्ठी लिखी है. जिसमें सरकार को कई तरह के सुझाव दिए गए हैं. जिसमें सेंट्रल विस्टा के जारी काम को रोकने और बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन अभियान चलाने का भी सुझाव है.
12 विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री को लिखा है कि, पहले भी कई बार विपक्ष ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सुझाव दिए, लेकिन सरकार ने हमेशा उन्हें नजरअंदाज किया. विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को जो सुझाव दिए हैं उनमें-
- वैक्सीन प्रोडक्शन के लिए सभी सोर्स का इस्तेमाल किया जाए, ग्लोबल और घरेलू वैक्सीनों से देशभर में मुफ्त वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाए. इसमें हर वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन हो.
- सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर चल रहे काम को तुरंत बंद किया जाए. इसके लिए जारी हुआ बजट ऑक्सीजन और वैक्सीन खरीदने में लगाया जाए.
- डोमेस्टिक वैक्सीन प्रोडक्शन के लिए जरूरी लाइसेंसिंग के प्रावधान को हटाया जाए, जिससे देश में तेजी से वैक्सीन का प्रोडक्शन हो. वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान हो.
- प्राइवेट ट्रस्टों में जमा धनराशि को तुरंत रिलीज किया जाए, पीएम केयर्स का इस्तेमाल और वैक्सीन खरीदने, ऑक्सीजन और दवाओं के लिए हो.
- सभी बेरोजगार लोगों को 6 हजार रुपये प्रति महीने के हिसाब से सहायता दी जाए.
- जरूरतमंद लोगों को तुरंत मुफ्त राशन पहुंचाने का काम किया जाए. केंद्र सरकार के गोदामों में 1 करोड़ टन से ज्यादा राशन पड़ा हुआ है.
- देश के लाखों लोगों को कोरोना का शिकार होने से बचाने के लिए तुरंत कृषि कानूनों को रद्द किया जाए, जिससे तमाम किसान भारत के लोगों को खिलाने के लिए फसल का उत्पादन कर सकें.
प्रधानमंत्री को सुझावों वाली ये चिट्ठी लिखने वाले विपक्षी नेताओं में, सोनिया गांधी, एचडी देवेगौड़ा, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, ममता बनर्जी, एमके स्टालिन, हेमंत सोरेन, फारूक अब्दुल्ला, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, डी राजा और सीताराम येचुरी जैसे नाम शामिल हैं.
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