INX मीडिया केस में गिरफ्तार चल रहे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के ट्विटर हैंडल से एक और ट्वीट किया गया है. इस बार चिदंबरम ने बताया है कि उन्होंने अपने परिवार को अपनी तरफ से ट्वीट करने को कहा है. अपने इन ट्वीट में चिदंबरम ने एक बार फिर बिगड़ती इकनॉमी को लेकर सरकार पर हमला बोला है. बता दें कि पी चिदंबरम फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. उन्हें सीबीआई कोर्ट ने कई दिनों की रिमांड के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
चिदंबरम ने अपने परिवार से उनके ट्विटर हैंडल से ट्वीट करने को कहा. जिसमें उन्होंने लिखा,
"मैंने अपने परिवार को मेरी ओर से ये ट्वीट करने के लिए कहा है -आप सभी का समर्थन के लिए शुक्रिया. मुझे कहना होगा कि मैं गरीब लोगों (जिनसे मुझे पिछले कुछ दिनों में मिलने और बातचीत करने का मौका मिला है) की न्याय और अन्याय के बीच अंतर करने की क्षमता से चकित हूं".
जेल में बंद चिदंबरम के ट्विटर हैंडल से एक और ट्वीट किया गया. जिसमें उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार को बिगड़ती इकनॉमी पर घेरने की कोशिश की. चिदंबरम ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा-
“मुझे अर्थव्यवस्था की गहरी चिंता है. गरीब लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. कम आय, कम नौकरियां, कम व्यापार और कम निवेश गरीब और मध्यम वर्ग को प्रभावित करते हैं. देश को इस गिरावट और निराशा से बाहर निकालने की योजना कहां है?”
इकनॉमी पर सरकार को घेरने की कोशिश
पी चिदंबरम को सीबीआई कस्टडी में लिए जाने के बाद से ही उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया था. चिदंबरम जब सीबीआई अधिकारियों के साथ जा रहे थे तब मीडिया ने उनसे सवाल पूछने की कोशिश की, उस वक्त भी चिदंबरम ने देश की 5 प्रतिशत जीडीपी पर तंज कसते हुए अपने हाथ से पांच का इशारा किया. इसके बाद न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के फैसले के बाद तिहाड़ जेल ले जाने के दौरान चिदंबरम से जब पूछा गया कि कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, इस पर उनका क्या कहना है? चिदंबरम ने कहा, ‘उन्हें सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था की चिंता है.’
न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद पी. चिदंबरम ने दिल्ली हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है. इस याचिका में उन्होंने सीबीआई केस में रेगुलर बेल की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने अपनी न्यायिक हिरासत को भी कोर्ट में चुनौती दी है.
19 सितंबर तक तिहाड़ में रहेंगे चिदंबरम
दिल्ली में सीबीआई कोर्ट ने 5 सितंबर को INX मीडिया के में सुनवाई करते हुए पी चिदंबरम को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था. कोर्ट ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री के खिलाफ जो आरोप हैं वो गंभीर हैं. हालांकि, कोर्ट ने चिदंबरम की अलग सेल में रखे जाने, पहले से ही मिली जेड सिक्योरिटी को जेल में भी तैनात किए जाने और वेस्टर्न टॉयलेट की मांग मंजूर कर ली थी.
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