संसद का बजट सत्र चल रहा है और इस सत्र के दौरान किसानों के मुद्दे पर हंगामा जारी है. विपक्षी सांसद लगातार दोनों सदनों में किसान आंदोलन और कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस सांसदों ने गुरुवार को नए केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया. नोटिस में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, "मैं एक महत्वपूर्ण मसले पर चर्चा करने के उद्देश्य से सदन के कामकाज का स्थगन कर एक प्रस्ताव पेश करने के लिए अवकाश मांगने के अपने इरादे का नोटिस देता हूं. वहीं राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच महाराजा बनाम राजा वार-पलटवार का दौर चला.
कसानों को लेकर हमलावर विपक्ष
राज्यसभा में, विपक्ष ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए सहमति के बाद चर्चा शुरू की. विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, "सरकार ने उल्लेख किया है कि धन्यवाद प्रस्ताव से पहले किसी भी बात पर चर्चा करने का कोई रस्म नहीं है, इसलिए सभी विपक्षी विधायक धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करने और किसानों के मुद्दे को उठाने के लिए सहमत हुए हैं."
बता दें कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने से इनकार कर दिया है, यहां तक कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कानूनों को 18 महीने के लिए रोका जा सकता है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सरकार से इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने की अपील की है. उन्होंने पूछा, "सरकार किलेबंदी क्यों कर रही है? क्या वो किसानों से डरते हैं? किसान देश की ताकत हैं, और सरकार को उनसे बात करनी चाहिए और इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए."
राज्यसभा में सिंधिया बनाम दिग्विजय
लोकसभा के अलावा राज्यसभा में गुरुवार को महाराजा बनाम राजा वार-पलटवार का दौर चला. ग्वालियर के पूर्व महाराजा और अब बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और राघोगढ़ के पूर्व राजा कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने एक-दूसरे पर शब्दों से प्रहार किया. उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान, पहले सिंधिया ने बीजेपी का पक्ष लेते हुए, बिना किसी कारण सरकार पर हमला करने पर कांग्रेस की आलोचना की.
सिंधिया ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया और कहा कि उनके कुशल नेतृत्व के कारण देश का नाम और प्रसिद्धि बढ़ रही है. विपक्षी दलों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा,
“यदि आप सुनना चाहते हैं, तो आपको दूसरों को भी सुनने की आदत डालनी चाहिए. फिर भी, संसद का बजट सत्र शुरू होने पर विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया.”ज्योतिरादित्य सिंधिया
सिंधिया पर पलटवार करते हुए कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री संघीय ढांचे के खिलाफ हैं, इसलिए उन्होंने बिना किसी पूर्व सूचना के, राज्यों के मुख्यमंत्रियों से विमर्श किए बिना तालाबंदी लागू कर दी थी. लेकिन उन्होंने सिंधिया को बधाई देने के साथ आपनी बात शुरू की. उन्होंने कहा,
“मैं माननीय सिंधिया जी को बधाई देना चाहता हूं. उन्होंने आज बीजेपी का पक्ष उतना ही शानदार ढंग से सामने रखा है, जितना अतीत में वो कांग्रेस के विचारों को रखते थे. बधाई हो सिंधिया जी. वाह जी, महाराज!”दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह ने बीजेपी में शामिल होने के लिए सिंधिया पर हमला किया. उन्होंने कहा, "उन्हें जवाब देना चाहिए कि कोविड के खतरे की अनदेखी कर मप्र की सरकार क्यों गिराई गई?"
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