गोवा में राज्यपाल मृदुल सिन्हा ने रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को सरकार बनाने का न्योता दे दिया है. रविवार रात को पर्रिकर ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें बीजेपी के 13, महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के 3, गोवा फॉर्वर्ड पार्टी के 3 और 2 निर्दलीय विधायक साथ हैं. कुल मिला कर बीजेपी की तरफ से 21 विधायकों की सूची भेजी गई थी और गोवा में इतने ही विधायकों की जरुरत सरकार बनाने की है.
हालांकि राज्यपाल ने पर्रिकर को शपथग्रहण करने के बाद 15 दिनों के भीतर बहुमत साबित करने के लिए कहा है. बीजेपी ने फिलहाल शपथग्रहण के लिए तारीख का ऐलान नहीं किया है और पर्रिकर भी इसी के बाद अपने रक्षामंत्री के पद से इस्तीफा देंगे. वहीं कांग्रेस 40 में से 17 सीटें जीतने के बावजूद समर्थन जुटाने में नाकाम रही.
पहले ही चुने जा चुके थे विधायक दल के नेता
इससे पहले पार्टी के नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों ने पार्टी विधायक दल के नेता के रूप में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का सर्वसम्मति से समर्थन किया था. राज्य में सरकार गठन की संभावनाएं खंगालने के लिए नवनिर्वाचित विधायकों ने रविवार को एक बैठक की थी और एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से पर्रिकर को विधायक दल का नेता नामित करने की अपील की.
शर्त पर मिला एमजीपी का समर्थन
गोवा में सरकार गठन के लिए बहुमत जुटाने की बीजेपी की कोशिश को तब पंख लग गए जब एमजीपी ने पर्रिकर को मुख्यमंत्री नियुक्त करने पर इस भगवा दल का समर्थन करने की बात कही. एमजीपी विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी नेता सुदीन धावलिकर ने कहा था,
एमजीपी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि यदि बीजेपी मनोहर पर्रिकर को केंद्र से राज्य में बुलाती है और उन्हें मुख्यमंत्री नियुक्त करती है तभी वह बीजेपी का समर्थन करेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘यह जरुरी है कि पर्रिकर सरकार की अगुवाई करें ताकि केंद्र उन विभिन्न विकास परियोजनाओं का वित्तपोषण जारी रखेगी जो राज्य में फिलहाल चल रही हैं.''
(इनपुट भाषा से)
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