पेगासस मामले (Pegasus Case) में देश के कई बड़े लोगों पर जासूसी करने के आरोप हैं. जिससे देश की राजनीति में हलचल मच चुकी है. इसी बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बीजेपी पर सालों से फोन टैप करने के आरोप लगाए.
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि हाल ही में पेगासस स्पाइवेयर घोटाले की रिपोर्ट कोई नई बात नहीं है भारतीय जनता पार्टी की सरकार कई वर्षों से फोन टैपिंग में लिप्त है.
2019 में भी हुई फोन टैपिंग- सिद्धारमैया
पेगासस जासूसी मामले में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आगे बताया कि पत्रकारों और राजनेताओं के फोन की जासूसी तो हुई है इसके साथ मेरे पर्सनल असिस्टेंट और कई नेताओं के 2019 में फोन की टेपिंग की गई है. उन्होंने कहा,
"मेरी पीए वेंकटेश का फोन 2019 में टाइम किया गया था, यहां तक कि एचडी कुमार स्वामी, डॉक्टर जी परमेश्वर के साथ और भी लोगों के फोन टेप हुए थे. यह कोई नई रिपोर्ट नहीं है. बीजेपी ने सरकार को गिराने के लिए जो कुछ बना उसने वह किया. मैंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच की मांग की है."
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के फोन टेप किए हैं, यह लोकतंत्र की हत्या है उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, बीजेपी सरकार किसी काम की नहीं है.
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के नेतृत्व में बदलाव की संभावना की चर्चा जोर पर है. इसी बीच सिद्धारमैया ने मांग की है कि भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद के लिए एक दलित नाम की घोषणा करें. उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी करने के बजाय मुख्यमंत्री पद के लिए एक दलित नाम की घोषणा करनी चाहिए.
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