दिवाली के मौके पर केंद्र सरकार ने पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की कीमतों को कम किया है. पेट्रोल की कीमतों में 5 रुपये और डीजल की कीमतों में 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाई गई है.
सरकार के तमाम मंत्री अभी से इसका जश्न मनाने लगे हैं, इसे बड़ी राहत के तौर पर पेश करने की पूरी कोशिश की जा रही है. लेकिन विपक्षी दलों ने भी मोर्चा संभालते हुए पलटवार करना शुरू कर दिया है. विपक्ष ने कहा है कि ये सिर्फ एक जुमला है.
कांग्रेस ने कहा- उपचुनाव हारते ही दाम किए कम
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे सिर्फ एक जुमला बताया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
"प्यारे देशवासियों, मोदीनॉमिक्स के जुमले समझिए ! इस साल 2021 में पेट्रोल को ₹28 और डीजल के दाम ₹26 बढाए. देश में 14 सीटों पर उपचुनाव हारते ही पेट्रोल और डीजल के रेट को क्रमशः ₹5 और ₹10 घटाना भी प्रधानमंत्री का दिवाली का तोहफा हो गया है ? हे राम! हद है …#Petrol"
इतना ही नहीं, सुरजेवाला ने पिछली यूपीए सरकार के दौरान एक्साइज ड्यूटी और मौजूदा एक्साइज ड्यूटी को भी लोगों के सामने रखा.
कांग्रेस नेता श्रीनिवासन ने ट्ववीट कर लिखा की हिमाचल के लोगों की तरह अगर उत्तर प्रदेश के लोग बीजेपी को हटा दे तो पेट्रोल-डीजल की कीमते क्या होंगी?
टीएमसी के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
"धन्यवाद मोदी जी, लोगों से पट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाकर सैकड़ों करोड़ रुपये की लूट करने के बाद आपने उन्हें कुछ रुपयों की राहत दी है."
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