ADVERTISEMENTREMOVE AD

PM ने नोटबंदी के गिनाए फायदे, कांग्रेस बोली-गोलपोस्ट बदल रहे मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के चार साल पूरे होने पर रविवार को इसके तीन प्रमुख फायदे गिनाए.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के चार साल पूरे होने पर रविवार को इसके तीन प्रमुख फायदे गिनाए. वहीं कांग्रेस ने पीएम पर गोलपोस्ट बदलने का आरोप लगाते हुए पूछा कि इसे लेकर जिस तरह के फायदे गिनाए जा रहे थे, क्या वो मिल गए? कांग्रेस नेता अजय माकन ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "जब भी प्रधानमंत्री नोटबंदी पर बात करते हैं, वह गोलपोस्ट बदल देते हैं."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पीएम मोदी ने गिनाईं नोटबंदी की उपलब्धियां

प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी को देश के लिए फायदेमंद बताते हुए कहा कि इससे कालाधन को कम करने में काफी मदद मिली. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, डिमोनेटाइजेशन ने काले धन को कम करने, कर अनुपालन, औपचारिकता बढ़ाने और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में मदद की है. ये नतीजे राष्ट्रीय प्रगति के लिए बहुत फायदेमंद रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी से हुए फायदों के आंकड़ों की भी जानकारी दी. जिसके मुताबिक, नोटबंदी के कारण दस लाख से अधिक कैश जमा करने वाले वे तीन लाख लोग चिह्न्ति हुए जो आइटी रिटर्न नहीं फाइल करते थे.

पीएम नोटबंदी पर गोलपोस्ट बदल रहे हैं : कांग्रेस

वहीं कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "जब भी प्रधानमंत्री नोटबंदी पर बात करते हैं, वह गोलपोस्ट बदल देते हैं." उन्होंने कहा कि चार साल पहले 8 नवंबर को मोदी ने 18 बार काला धन का नाम लिया और फर्जी या नकली मुद्रा का पांच बार नाम लिया. उन्होंने एक बार भी डिजिटल/कैशलेश अर्थव्यवस्था का जिक्र नहीं किया.

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, "अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने नवंबर 2016 में सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि 15-16 लाख करोड़ रुपये के सर्कुलेशन में होने का अनुमान है और सरकार को लोगों से बैंकों में 10-11 लाख करोड़ रुपये जमा करने की उम्मीद है. बाकी बचे 4-5 लाख करोड़ रुपये का इस्तेमाल पूर्वोत्तर और जम्मू व कश्मीर में भारत विरोधी गतिविधि के लिए किया जा रहा है. उसे खत्म किया जाएगा."

माकन ने कहा, "क्या नोटबंदी से काला धन और भ्रष्टाचार कम हुआ? नोटबंदी के बाद क्यों फर्जी करेंसी की घटनाएं बढ़ी? नोटबंदी के बाद कैश ट्रांजक्शन क्यों बढ़ा? क्या नोटबंदी का नक्सलवाद, आतंकवाद और अलगाववाद पर असर पड़ा. क्या नोटबंदी के बाद बैंकों में डिपोजिट बढ़ा?"

कांग्रेस ने कहा कि 500 और 1,000 रुपये के प्रतिबंधित 99.3 प्रतिशत नोट प्रणाली में वापस आ गए.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 की रात आठ बजे नोटबंदी का ऐलान किया था. इस दौरान उन्होंने पांच सौ और एक हजार रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. बाद में सरकार ने पांच सौ और दो हजार के नए नोट जारी किए थे.

(इनपुट: IANS)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×