लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग से पहले पश्चिम बंगाल की सियासत लगातार गरमाती जा रही है. राज्य में पसरे तनाव के बीच पीएम मोदी बुधवार को बशीरहाट में रैली कर रहे थे जिसमें उन्होंने ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला. मोदी ने कहा, "ममता दीदी ने दो दिन पहले सार्वजनिक रूप से ऐलान किया था कि वह बदला लेंगी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो पर हमला करके उन्होंने 24 घंटों के भीतर ही अपना एजेंडा पूरा कर लिया."
मोदी ने आगे कहा, "सभी सर्वे बीजेपी के पक्ष में हैं. बीजेपी पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है. लेकिन दीदी की हताशा और बंगाल के लोगों के समर्थन को देखने के बाद, मैं कह रहा हूं कि बंगाल हमें 300 से ज्यादा सीटें जीतने में मदद करेगा."
मंगलवार रात हिंसा के दौरान ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति क्षतिग्रस्त होने पर ममता ने सवाल किया-
दीदी जिन बेटियों को आप जेल में डालने का काम कर रहीं हैं, वही बेटियां आपको सबक देने वाली हैं. आखिर एक तस्वीर के लिए इतना गुस्सा क्यों?
मोदी ने कहा, "दीदी आप खुद आर्टिस्ट हो, आपसे आग्रह करुंगा, आप मेरा बड़े से बड़ा चित्र बनाइए और 23 मई के बाद मेरी शपथ के बाद, मेरी जो तस्वीर आपने बनाई है, वो मुझे भेंट करें. मैं आप पर एफआईआर नहीं करुंगा."
आखिर बंगाल में बवाल मचा क्यों है?
कोलकाता में मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में अचानक पार्टी कार्यकर्ताओं और टीएमसी समर्थकों के बीच झड़प हो गई. ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया. वहीं बीजेपी ने चुनाव आयोग से ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर बैन लगाने की मांग की है.
दोनों गुटों में झड़प के दौरान विद्यासागर कॉलेज के सामने रोड शो पर पत्थरबाजी हुई. कलकत्ता यूनिवर्सिटी के अलावा विद्यासागर कॉलेज के पास भी झड़प हुई. कॉलेज के पास तीन दोपहिया वाहनों को फूंक दिया गया. विद्यासागर कॉलेज के पास बीजेपी और तृणमूल छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प के दौरान समाज सुधारक ईश्वर चंद विद्यासागर की प्रतिमा टूट गई. इसके लिए बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
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