राजस्थान में चुनाव (Rajasthan Elections) से पहले सियासी सरगर्मियां तेज होने लगी हैं. आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. चित्तौड़गढ़ में 02 अक्टूबर को पीएम मोदी (PM Modi) ने कांग्रेस और सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला है. कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर अशोक गहलोत सरकार के प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 में उदयपुर में कन्हैया लाल की जघन्य हत्या की याद दिलाई.
बता दें कि पेशे के दर्जी कन्हैया लाल का इस्लामिक चरमपंथियों ने कैमरे के सामने कत्ल कर दिया था. यह हत्या कतिथ तौर पर बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद साहब के बारे में अपमानजनक टिपण्णी के बाद शुरू विवाद के बीच थी.
"उदयपुर में क्या हुआ, क्या किसी ने सोचा था कि ऐसा कुछ हो सकता है?"- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कन्हैया लाल की हत्या का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "उदयपुर में क्या हुआ, क्या किसी ने सोचा था कि ऐसा कुछ हो सकता है? लोग कपड़े सिलवाने आए, फिर गला काट दिया और इस कृत्य का वीडियो साझा किया."
प्रधानमंत्री चित्तौड़गढ़ में चुनावी राज्य में 7,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद एक रैली को संबोधित कर रहे थे.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने लोगों को "गुमराह" करके राजस्थान में सरकार बनाई थी, लेकिन इसे ठीक से चलाने में विफल रही क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत "अपनी कुर्सी बचाने में व्यस्त" थे.
यह टिप्पणी अशोक गहलोत और सचिन पायलट के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस खेमों के बीच अंदरूनी कलह पर कटाक्ष थी, जिनके विद्रोह ने 2020 में राज्य सरकार को लगभग गिरा दिया था.
अशोक गहलोत ने हार स्वीकार की - पीएम मोदी
प्रधान मंत्री ने कहा कि अशोक गहलोत ने पहले ही "हार स्वीकार कर ली है." उन्होंने कहा, "गहलोत ने हार स्वीकार कर ली है और बीजेपी से योजनाएं बंद न करने का अनुरोध कर रहे हैं. मैं विश्वास दिलाता हूं कि कोई भी सार्वजनिक योजना बंद नहीं की जाएगी. बीजेपी कोई भी सार्वजनिक योजना बंद नहीं करेगी बल्कि उसे सुधारने का प्रयास करेगी, यह मोदी की गारंटी है."
पिछले हफ्ते एक सभा को संबोधित करते हुए, अशोक गहलोत ने कहा था कि प्रधान मंत्री को यह गारंटी देनी चाहिए कि अगर इस साल के अंत में होने वाले चुनावों में बीजेपी सत्ता में आती है तो कांग्रेस सरकार की योजनाएं बंद नहीं की जाएंगी.
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