नागरिकता कानून पर देशभर में मचे बवाल के बीच पीएम मोदी ने युवाओं से हिंसा करने वालों को एक मैसेज दिया. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वाले युवा खुद से सवाल पूछें कि क्या उनका तय किया गया रास्ता सही था? उन्होंने कहा कि हिंसा में कई लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए, उनके परिवार के बारे में सोचें. उन पर क्या बीतती होगी.
खुद से सवाल पूछें लोग
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों में हिंसा करने वालों का जिक्र करते हुए कहा कि यूपी में लोगों ने विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा की और सरकार संपत्ति को नुकसान पहुंचाया वो एक बार खुद से पूछें कि क्या उनका ये रास्ता सही था? पीएम मोदी ने आगे कहा-
जिन्होंने जो कुछ जलाया जो बर्बाद किया, क्या वो उनके बच्चों के काम नहीं आने वाला था? झूठी अफवाहों में आकर हिंसा करने वालों को मैं आग्रह करता हूं कि बेहतर ट्रांसपोर्ट सिस्टम और बेहतर सड़क नागरिकों का हक है. इसीलिए इसकी सुरक्षा भी उनका दायित्व है. सुरक्षित माहौल मिलना हमारा हक है लेकिन उसकी रक्षा करने वाले पुलिस तंत्र का सम्मान करना हमारा दायित्व है.
पीएम मोदी ने कहा कि हक की एक सीमा और मर्यादा है लेकिन दायित्व की भावना काफी व्यापक है. ये भावना नागरिकों के साथ-साथ सरकार के हर तंत्र के लिए उतनी ही महत्वपूर्ण है. अपनी पांच पीढ़ियों को ध्यान में रखें. यूपी सरकार अपना दायित्व निभाने का पूरा प्रयास कर रही है.
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