प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के सभी सांसदों पर सख्ती दिखाते हुए दोनों सदनों में हाजिर रहने को कहा है. इन दिनों बजट सेशन चल रहा है, जिसमें केंद्र सरकार के सांसदों की मौजूदगी काफी कम रहती है. बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ था और 12 अप्रैल को खत्म होगा. सांसदों की कम हाजरी को लेकर विपक्ष भी मोदी सरकार पर निशाना साधता रहता है.
पीएम मोदी ने संसदीय दल की बैठक में अपने सभी सांसदों को सख्त शब्दों में यह चेतावनी दी है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब पीएम मोदी ने उपस्थिति को लेकर सख्ती दिखाई हो.
संसदीय दल की बैठक में छह अप्रैल को बीजेपी के स्थापना दिवस समारोह को जोरशोर से मनाने पर जोर दिया गया. प्रधानमंत्री ने पार्टी सदस्यों से कहा कि वे सरकार के लोक कल्याण कार्यक्रमों, नीतियों और विभिन्न योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाएं और इन योजनाओं के लाभ से लोगों को अवगत कराएं.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान संसद में पार्टी सदस्यों की उपस्थिति का भी जिक्र आया, जिस पर पीएम मोदी ने कहा कि वे सब कुछ कर सकते हैं लेकिन पार्टी सांसदों की हाजिरी नहीं बना सकते हैं. यह पार्टी सदस्यों को ही सुनिश्चित करना होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अचानक कभी भी किसी सांसद को बुला सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, अगर सांसद संसद सत्र के दौरान सदन में मौजूद हैं तो उन्हें उपस्थित माना जायेगा और अगर वह लॉबी में हैं तब उन्हें गैर हाजिर माना जायेगा. पीएम अगर दिल्ली से बाहर हैं तब वह किसी अधिकारी के माध्यम से किसी भी सांसद से बात कर सकते हैं. प्रधानमंत्री की यह तल्ख टिप्पणी ऐसे समय में काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है जब लोकसभा में कई मौकों पर कोरम पूरा नहीं होने की स्थिति उत्पन्न हो गई.
राज्यसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान विचित्र स्थिति देखने को मिली जब कई मंत्री अपने मंत्रालय से जुड़े पूरक सवालों का जवाब देने के लिए सदन में मौजूद नहीं थे. इस स्थिति पर सभापति हामिद अंसारी ने जहां नाराजगी जतायी, वहीं विपक्ष ने सरकार पर चुटकी ली.
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