तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव की रणनीति बनाने वाली प्रशांत किशोर की टीम I-PAC का कॉन्ट्रैक्ट 2026 तक के लिए बढ़ा दिया है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में हुए पश्चिम बंगाल चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद ममता बनर्जी की पार्टी ने ये फैसला किया है. हालांकि,इस कॉन्ट्रैक्ट का मतलब ये नहीं है कि प्रशांत किशोर रोजाना की रणनीतियों का हिस्सा रहेंगे.
प्रशांत किशोर हालिया चुनाव में पश्चिम बंगाल में तृणमूल और तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन के साथ थे. दोनों ही पार्टियों ने बहुमत हासिल किया है. नतीजों के बाद ही प्रशांत किशोर ने ये कहा था कि अब वो आगे चुनावों में रणनीति तैयार करने का काम नहीं करेंगे. उनके बयान से ये मतलब निकाला जा रहा था कि रणनीति बनाने के काम से उन्होंने संन्यास ले लिया है.
लेकिन उन्होंने ये भी साफ किया था कि I-PAC काम जारी रखेगी. उनका कहना था कि आईपैक को कई और लोग चलाते हैं, इसीलिए इसे चलाने या बंद करने का अधिकार उनका नहीं है.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी के साथ नए कॉन्ट्रैक्ट में I-PAC सभी तरह के राज्य स्तरीय चुनाव के लिए रणनीति बनाएघी चाहे वो पंचायत चुनाव हों या स्थानीय कोई और चुनाव. ये कॉन्ट्रैक्ट अगले विधानसभा चुनाव तक चलेंगे.
दूसरे राज्यों में पैर पसार सकती है टीएमसी
बता दें कि हाल फिलहाल में कुछ टीएमसी नेताओं ने पश्चिम बंगाल से बाहर भी राजनीतिक सक्रियता दिखाने के संकेत दिए हैं. हाल ही में प्रशांत किशोर ने शरद पवार से मुलाकात की. ऐसा बताया जा रहा था कि इस मुलाकात के पीछे ममता बनर्जी को समर्थन देने पर शरद पवार को धन्यवाद कहना भी था.
कुछ तरह के भी कयास लग रहे हैं प्रशांत किशोर 2024 के चुनाव में ममता बनर्जी को सेंटर स्टेज पर लाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. ये मुलाकातें इसी का हिस्सा हो सकती हैं.
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