जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने मुंबई में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से उनके घर पर मुलाकात की. प्रशांत किशोर जाने-माने चुनावी रणनीतिकार हैं. इस वजह से राजनीतिक गलियारे में ये चर्चा तेज हो गई है कि किशोर अब आगामी लोकसभा चुनाव में शिवसेना की मदद कर सकते हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर चुनाव में बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन को लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
इस बीच मंगलवार को ही उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के सभी संसदों से मुंबई में मुलाकात की है.
हालांकि शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि प्रशांत किशोर और उद्धव ठाकरे के बीच मुलाकात राजनीतिक मकसद से नहीं हुई है. उन्होंने कहा, "किशोर एनडीए के सहयोगी दल के नेता हैं और उन्होंने उद्धव ठाकरे से इसी नाते मुलाकात की. इसे एक शिष्टाचार मुलाकात के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि राजनीतिक कारण से."
पिछले साल सितंबर में प्रशांत किशोर एनडीए के घटक दल जेडीयू में शामिल होकर अपने सक्रिय राजनीति करियर की शुरुआत की थी. इससे पहले किशोर ने 2014 के आम चुनाव में पीएम मोदी के लिए पूरे देश में चुनावी कैंपेन संभाली थी. 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार की टीम को जिताने में उनकी अहम भूमिका रही है.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के लिए जीत का रोड मैप भी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तैयार किया था.
शाह के कहने पर किशोर को JDU में मिली जगह
पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को लेकर बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि किशोर को पार्टी में 'नंबर दो' बनाने का फैसला उनका नहीं था. उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें दो बार फोन कर किशोर को पार्टी में उपाध्यक्ष बनाने के लिए कहा था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)