रविवार को समाप्त हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक में पार्टी के अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में जहां प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को ‘बेकार के मुद्दों से विचलित न होने’ का सुझाव दिया वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि राष्ट्रवाद की विचारधारा बीजेपी को रास्ता दिखाती है.
वित्त मंत्री ने कहा,
राष्ट्रवाद भाजपा की प्रेरक शक्ति है. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अस्तित्व राष्ट्रवाद के साथ हो सकता है. संविधान में अभिव्यक्ति एवं असहमति की स्वतंत्रता दी गई है, लेकिन यह राष्ट्र की बर्बादी की अनुमति नहीं देता.
जाहिर है जेटली का इशारा जेएनयू में हुई कथित देश विरोधी नारे लगाने की घटना की ओर था.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय विवाद पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, “जेएनयू में पहले दिन कुछ लोग आए और उन्होंने राष्ट्रविरोधी नारे लगाए. लेकिन कुल मिलाकर, इस मामले में धुर वामपंथी ही सबसे आगे रहे.”
राजनीतिक आलोचकों के मुद्दों से परेशान न हों बीजेपी कार्यकर्ता: मोदी
नरेन्द्र मोदी ने बैठक में बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे समय-समय पर राजनीतिक आलोचकों द्वारा उठाए जाने वाले बेकार के मुद्दों से विचलित नहीं हों. वे समाज के गरीब और कमजोर वर्गो के लोगों की सहायता कर राष्ट्र नवनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करें.
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,
हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है और हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बेकार के मुद्दों से विचलित होने की जरूरत नहीं है. हम अपने एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करें.
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं को क्षमता बढ़ाने पर ध्यान देना करना चाहिए और भारत को मजबूत बनाने में योगदान करना चाहिए.”
(आईएएनएस से इनपुट को साथ)
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