पंजाब (Punjab) में 14 फरवरी से विधानसभा चुनाव होने वाला है. गुरुवार, 27 जनवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करने के लिए पंजाब के अपने दिवसीय दौरे पर जालंधर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस जल्द ही पंजाब में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान करेगी और इसका फैसला कार्यकर्ताओं से पूछकर किया जाएगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि दो लोग नेतृत्व नहीं कर सकते हैं, केवल एक ही कर सकता है.
राहुल गांधी ने कहा कि आम तौर पर, हम मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करते हैं, लेकिन अगर कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं, तो हम एक चेहरे का चयन करेंगे.
इससे पहले पार्टी की ओर से कहा गया था कि मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान 14 फरवरी के बाद किया जाएगा.
राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब को अब शांति और भाईचारे की जरूरत है. जालंधर पहुंचे राहुल गांधी के साथ इस दौरान मंच पर पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी भी मौजूद थे
हमारा अनुभव है कि सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपना खून बहाया है. चाहे कुछ भी हो, हम कभी भी राज्य में शांति भंग नहीं होने देंगे. हम सबको साथ लेकर चलना जानते हैं.राहुल गांधी, कांग्रेस नेता
इस दौरान नवजोत सिद्धू ने कहा कि एक अनुशासित सैनिक की तरह मैं राहुल गांधी को विश्वास दिलाता हूं कि मैं उनके फैसले का पालन करूंगा.
सिद्धू ने आगे कहा कि आज पंजाब के लोग पूछ रहे हैं कि इस एजेंडे को कौन लागू करेगा, बंदा कौन होगा चेहरा कौन दोगे? मैं कहता हूं सर आप किसी को भी बनाओ, इसके लिए आप समझ लो लेकिन मैं गारंटी देता हूं कि अगर आप यह बता दोगे कि इसको लागू कौन करेगा, 70 सीट के साथ कांग्रेस की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि वचन है राहुल जी को कि आपका फैसला पूरी कांग्रेस पार्टी मानेगी, अनुशासन पालेगा वही शासन पालेगा, हम अगली जेनरेशन के लिए लड़ रहे हैं.
हम सब एकजुट हैं...हम टीआरपी के लिए नहीं लड़ रहे हैं, हम अगली सरकार बनाने के लिए लड़ रहे हैं.नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि मैं किसी पद के पीछे नहीं हूं, आप मुख्यमंत्री के लिए कोई भी नाम तय करें और मैं सबसे पहले उसके लिए प्रचार करूंगा.
चन्नी ने सिद्धू से मुखातिब होते हुए कहा, "सिद्धू साहब , मैं हाथ जोड़कर कह रहा हूं, केजरीवाल जैसे बाहरी व्यक्ति को यह कहने का मौका नहीं मिलना चाहिए कि कांग्रेस की अंदरूनी कलह है.
बता दें कि चरणजीत सिंह चन्नी ने पिछले साल सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री का पद संभाला था. लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू इस फैसले से खुश नहीं थे.
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