शुक्रवार को एक तरफ केंद्र सरकार की तरफ से ये जानकारी आई कि कुल कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 37 करोड़ के पार पहुंच गया है. वहीं दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वैक्सीन की कमी है. मुंबई BMC ने भी वैक्सीन की कमी की वजह से 10 जुलाई को अपने सभी वैक्सीनेशन सेंटर बंद रखने की जानकारी दी है.
पंजाब में वैक्सीन की कमी- अमरिंदर
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का कहना है कि ''हमारे पास फिर से कोविशील्ड की कमी हो गई है और कोवैक्सीन का केवल एक दिन का कोटा बचा है. हम इसमें केंद्र के हस्तक्षेप की मांग करते हैं.'' वहीं मुंबई बीएमसी की तरफ से चलाए जाने वाले वैक्सीनेशन सेंटर में रविवार को साप्ताहिक अवकाश होगा और शनिवार को वैक्सीनेशन सेंटर बंद रहेंगे. ऐसे में कुल दो दिन का गैप इन वैक्सीन सेंटर का होगा.
इससे पहले महाराष्ट्र, ओडिशा समेत कई राज्य वैक्सीन की कमी की बात कह चुके हैं. हाल ही में वैक्सीन की कमी की खबरों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि देश के हर शख्स को कोरोनोवायरस की वैक्सीन दी जाएगी और हर राज्य का खयाल रखा जाएगा.
वैक्सीनेशन के सरकारी आंकड़े
9 जुलाई को सुबह जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत का वैक्सीनेशन कवरेज करीब 37 करोड़ पहुंच गया है. वैक्सीनेशन अभियान का ये 174वां दिन था. 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों को अब तक टीके की 11.18 करोड़ (11,18,32,803) से अधिक खुराक दी गई हैं.पिछले 24 घंटों के दौरान वैक्सीन की 40 लाख (40,23,173) से अधिक खुराक दी गई है.
वैक्सीन की इस रफ्तार पर भी भरपूर अनलॉक!
एक तरफ राज्यों में वैक्सीन की कमी की भी खबर है दूसरी तरफ अनलॉक की प्रक्रिया भी तेजी से की जा रही है. जहां पंजाब में वैक्सीन की कमी अमरिंदर सिंह ने बताया है वहीं शुक्रवार को ही खबर आई कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को राज्य में कोविड-19 की पॉजिटिविटी दर 0.4 फीसदी तक गिर जाने के साथ ही वीकेंड और रात के कर्फ्यू को हटाने का आदेश दिया है और सोमवार से 100 लोगों को घर के अंदर और 200 लोगों को बाहर इकट्ठा होने की अनुमति दी है.मुख्यमंत्री ने बार, सिनेमा हॉल, रेस्तरां, स्पा, स्विमिंग पूल, जिम, मॉल, खेल परिसर, संग्रहालय, चिड़ियाघर आदि खोलने का भी आदेश दिया है
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही मनाली की फोटो को देखें, तो लगता है कोरोना वायरस (COVID-19) अब खत्म हो गया है. अप्रैल और मई में कोरोना की दर्दनाक दूसरी लहर देखने के बाद, जून में मामलों में गिरावट देखी गई. इसे देखते हुए राज्य सरकारों ने धीरे-धीरे पाबंदियां भी हटानी शुरू कर दी हैं.
मामलों में थोड़ी कमी आते ही दिल्ली, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में कोविड के मामले कम होने के साथ ही पाबंदियों में ढील देना शुरू कर दिया गया है.
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