अंतरिम बजट पेश होने के कुछ ही घंटे बाद दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं ने एक बैठक की. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई बड़े विपक्षी नेता मौजूद रहे. इस बैठक में ईवीएम पर प्रमुखता से चर्चा हुई. जिसके बाद ईवीएम को लेकर आ रही शिकायतों के बारे में चुनाव आयोग जाने का फैसला लिया गया.
कई लोगों के दिमाग में है शक
राहुल गांधी ने कहा कि देश के कई लोगों के दिमाग में ईवीएम को लेकर डाउट हैं. इसके लिए कोई बैकअप सिस्टम बनाने की जरूरत है. जिससे लोगों को भरोसा हो सके कि भारत की ईवीएम फुलप्रूफ हैं. इसीलिए वोटिंग मशीन पर आपत्तियों और नए प्रस्तावों को लेकर सोमवार को चुनाव आयोग जाएंगे.
EVM को लेकर पिछले कुछ समय से आ रही शिकायतों के चलते विपक्षी पार्टियों ने एक बैठक बुलाई थी. जिसमें कई विपक्षी नेता मौजूद रहे. अब सोमवार को विपक्षी दलों के नेता चुनाव आयोग जाकर प्रस्ताव सौंपेंगे
किसान को 17 रुपये और 15 लोगों का करोड़ों कर्जमाफ
राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि, आप साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये 15 लोगों का कर्जमाफ कर देते हो और किसान को एक दिन का सिर्फ 17 रुपये देते हो. यह बिल्कुल किसान का अपमान है. आने वाला लोकसभा चुनाव किसानों के मुद्दे पर, रोजगार के मुद्दे पर और संवैधानिक संस्थाओं को बचाने के आधार पर होगा. उन्होंने कहा कि राफेल मामले पर पीएम मोदी के भ्रष्टाचार को भी उठाएंगे.
अगले दो-तीन महीनों में होगी 'सर्जिकल स्ट्राइक'
राम विलास पासवान की तरफ से अंतरिम बजट को दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया गया था. इस पर सवाल पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि, अगले कुछ महीनों में पीएम मोदी और बाकियों पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक होने वाली है. नोटबंदी, रोजगार और राफेल जैसे मुद्दों से यह स्ट्राइक होगी. हमारे पास बहुत सारे मुद्दे हैं.
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