कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) चीन सीमा विवाद को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार को घेरा है. राहुल ने ट्वीट कर लिखा है-
PM बोले कि कोई सीमा में नहीं घुसा, फिर चीन-स्थित बैंक से भारी कर्जा लिया, फिर रक्षामंत्री ने कहा चीन ने देश में अतिक्रमण किया, अब गृह राज्य मंत्री ने कहा अतिक्रमण नहीं हुआ. मोदी सरकार भारतीय सेना के साथ है या चीन के साथ? इतना डर किस बात का?
इससे पहले मंगलवार को जब राजनाथ सिंह ने चीन सीमा विवाद पर लोकसभा में बयान दिया था तो राहुल ने ट्वीट किया था-
रक्षामंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया. हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था है और रहेगा, लेकिन मोदी जी,आप कब चीन के खिलाफ खड़े होंगे? चीन से हमारे देश की जमीन कब वापस लेंगे? चीन का नाम लेने से डरो मत.
भारत-चीन सीमा विवाद पर मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा अभी तक अनसुलझा है और ये एक जटिल समस्या है. दोनों देशों का नजरिया सीमा को लेकर अलग-अलग है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को एलएसी का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लद्दाख के पूर्वी सीमा पर विवाद है. चीन अरुणाचल प्रदेश में 90,000 वर्ग किलोमीटर पर भी अपना दावा ठोंक रहा है.
अप्रैल महीने से ही चीन ने सीमा पर गतिविध बढ़ा दी, लेकिन भारत चीन की एकतरफा गतिविधि के खिलाफ है. 1993, 1996 में हुए समझौतों के मुताबिक, दोनों देश सीमा पर कम से कम सैन्य गतिविधि करेंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का सम्मान करना चाहिए.
राजनाथ सिंह ने कहा था कि हमारी सेना ने शौर्य का प्रदर्शन किया और चीन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की. कि उन्होंने चीनी विदेशी मंत्री से मास्को में हाल ही में मुलाकात की और उनको बताया कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए कटिबद्ध है.
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