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बुजुर्ग की पिटाई केस में राहुल गांधी का रिएक्शन, CM योगी की नसीहत

गाजियाबाद में बुजुर्ग की पिटाई के वायरल वीडियो से जुड़ी खबर को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने इसे शर्मनाक बताया

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ट्विटर, फेसबुक यूपी के गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम शख्स की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स इसपर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और पुलिस का बयान भी सामने आ चुका है. इन सबके बीच इस घटना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी तो सीएम योगी उन्हें नसीहत देते नजर आए.

घटना से जुड़ी एक खबर को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने इसे शर्मनाक बताया था और कहा कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा नहीं कर सकते हैं.

मैं ये मानने को तैयार नहीं हूं कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा कर सकते हैं. ऐसी क्रूरता मानवता से कोसों दूर है और समाज व धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है.
राहुल गांधी, कांग्रेस
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राहुल गांधी के इस ट्वीट को रीट्वीट कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनपर सोशल मीडिया पर 'जहर' फैलाने का आरोप लगाया. योगी आदित्यनाथ का आरोप है कि राहुल गांधी यूपी की जनता को 'बदनाम' कर रहे हैं.

प्रभु श्री राम की पहली सीख है-”सत्य बोलना” जो आपने कभी जीवन में किया नहीं. शर्म आनी चाहिए कि पुलिस द्वारा सच्चाई बताने के बाद भी आप समाज में जहर फैलाने में लगे हैं. सत्ता के लालच में मानवता को शर्मसार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की जनता को अपमानित करना, उन्हें बदनाम करना छोड़ दें.

सोशल मीडिया पर चल रही इस बहस में यूपी कांग्रेस की तरफ से सीएम योगी के ट्वीट को रीट्वीट कर लिखा गया-

आप, आपकी पार्टी, आपके नेता और कार्यकर्ता कब प्रभु राम की पहली सीख से सीखेगें और सत्य बोलना शुरू करेगें?
ट्विटर पर यूपी कांग्रेस

इन सबके बाद अब दोनों ही पार्टियों के नेता-कार्यकर्ता भी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.

बुजुर्ग की पिटाई का मामला क्या है?

ट्विटर पर एक बुजुर्ग अब्दुल समद का वीडियो वायरल हो रहा है. कुछ लोग उन्हें मारते दिख रहे हैं. वीडियो में एक शख्स बुजुर्ग की दाढ़ी काटते हुए भी दिख रहा है. थप्पड़, डंडों से पिटाई की जा रही है.

गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि इस मामले में मुख्य अभियुक्त परवेश गुज्जर की गिरफ्तारी पहले हो चुकी थी, दो और अभियुक्तों कल्लू और आदिल की गिरफ्तारी कई गई है.

पुलिस की तरफ से जारी बयान में ये बताया जा रहा है कि बुजुर्ग के साथ मारपीट और अभद्रता 'ताबीज' बनाने को लेकर विवाद में हुई थी

अब्दुल समद दिनांक पांच जून को बुलंदशहर से बेहटा , लोनी बॉर्डर आया था जहां से एक अन्य व्यक्ति के साथ मुख्य आरोपी परवेश गुज्जर के घर बंथला , लोनी गया था. परवेश के घर पर कुछ समय में अन्य लड़के कल्लू , पोली, आरिफ, आदिल व मुशाहिद आदि आ गए और परवेश के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट शुरु कर दी. उनके अनुसार अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करता है , उसके दिए ताबीज से उनके परिवार पर उल्टा असर हुआ. इस वजह से उन्होंने ये कृत्य किया है.अब्दुल समद और प्रवेश, आदिल, कल्लू आदि लड़के एक दूसरे से पूर्व से ही परिचित थे क्योंकि अब्दुल समद द्वारा गांव में कई लोग को ताबीज दिए गए थे.
गाजियाबाद पुलि स का बयान

कम्युनल एंगल नहीं- पुलिस, लोनी बॉर्डर थाना

इस बारे में क्विंट हिंदी से बातचीत में लोनी बॉर्डर थाने की तरफ से दावा किया गया कि घटना में कोई कम्युनल ऐंगल नहीं है, क्योंकि मारपीट करने वालों में से ज्यादातर लोग मुस्लिम थे. जिन्होंने इसमें मारपीट की उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. कुछ लोगों को जेल भी भेजा गया है. जो नहीं मिले हैं उन्हें भी तलाशा जा रहा है.

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