एससी-एसटी एक्ट के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को दलित विरोधी करार दिया है. उन्होंने कहा कि अगर उनके दिल में दलितों के लिए जगह होती तो उनके लिए नीतियों में भी अंतर रहता. राहुल ने कहा कि जब वह गुजरात के सीएम थे तो उन्होंने लिखा था कि 'दलितों को सफाई करने से आध्यात्मिक आनंद मिलता है.' यह उनकी विचारधारा है.
मोदी और आरएसएस दलितों के खिलाफ हैं
राहुल ने कहा कि पॉलिसी नीयत से बनती है.पीएम के दिल में दलितों के लिए जगह होती तो पॉलिसी अलग बनती. मोदी जी की सोच तो यह है कि हिंदुस्तान के भविष्य में दलितों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए. मोदी और आरएसएस चाहते हैं कि हिन्दुस्तान में दलितों के लिए कोई जगह न बचे.
एससी-एसटी एक्ट में बदलाव को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर राहुल ने कहा कि दलितों की रक्षा के लिए कानून कांग्रेस लेकर आई थी. लेकिन मोदी सरकार का काम देखिये. जिस जज ने दलित एक्ट के खिलाफ फैसला दिया उसे मोदी सरकार ने इनाम दिया. उनकी सरकार में दलितों का जम कर दमन हो रहा है.
राहुल ने कहा, जहां दलित आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं वहां खुलेआम उन्हें मारा-पीटा जाता है. यह देश सबका है. देश में दलितों, गरीबों सबके लिए जगह होनी चाहिए. कांग्रेस दलितों के अधिकार पर एक इंच पीछे हटने वाले नहीं है.
राहुल ने कहा कि मोदी जी की सोच दलित विरोधी है, देश का हर दलित और कमजोर व्यक्ति इसको समझता है.
मोदी दलितों और कमजोरों को कुचलना चाहते हैं, हम इसलिए उनके खिलाफ लड़ रहे हैं.
राहुल ने कहा, 2019 में बीजेपी और आरएसएस विचारधारा के खिलाफ पूरा देश खड़ा होगा. अगली सरकार दलितों, किसानों और आदिवासियों की बनेगी. मैं दलितों के हक में हर जगह खड़ा होने को तैयार हूं. पूरा देश 2019 में पीएम मोदी के खिलाफ दिखेगा.
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