नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि केंद्र को प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में ट्वीट करने वाली विदेशी हस्तियों पर पलटवार के लिए चलाए गए अपने अभियान में लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को नहीं उतारना चाहिए था.
ठाकरे ने शनिवार को कहा, ‘‘सरकार को लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर जैसी बड़ी हस्तियों से उसके रुख के समर्थन में ट्वीट करने के लिए नहीं कहना चाहिए था और उनकी प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए था. उन्हें भारत रत्न मिला है. इस टास्क के अक्षय कुमार जैसे एक्टर ही पर्याप्त हैं.’’
ठाकरे ने कहा कि विदेशी हस्तियों की ओर से किसानों का समर्थन करना भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने जैसा था, तो ट्रंप के समर्थन में पीएम मोदी का नारा भी समस्या भरा था.
ठाकरे ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी की ह्यूस्टन रैली का हवाला देते हुए कहा, ‘‘इस लॉजिक के हिसाब से, अमेरिका में ‘अगली बार, ट्रंप सरकार’ कहते हुए रैली करने की कोई जरूरत नहीं थी. यह उस देश का आंतरिक मामला था.’’
बता दें कि NCP चीफ शरद पवार भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दे चुके हैं. उन्होंने कहा है, ''उनके (भारतीय हस्तियों) के रुख पर बहुत से लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. मैं सचिन (तेंदुलकर) को सलाह दूंगा कि किसी अन्य फील्ड के बारे में बोलते समय सावधानी बरतें.''
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