राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि राज्य में (विधायकों की) खरीद-फरोख्त का 'रेट’ बढ़ गया है. उन्होंने गुरुवार को कहा, ‘‘जब से विधानसभा सत्र बुलाने का ऐलान हुआ है, राजस्थान में खरीद-फरोख्त का ‘रेट’ बढ़ गया है. इससे पहले पहली किस्त 10 करोड़ रुपये और दूसरी किस्त 15 करोड़ रुपये थी. अब यह असीमित हो गई है. सब लोग जानते हैं कौन लोग खरीद-फरोख्त कर रहे हैं.’’
बता दें कि राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने सरकार की ओर से चौथी बार भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए विधानसभा का पांचवां सत्र 14 अगस्त से बुलाने को मंजूरी दे दी है.
इसे लेकर गहलोत ने कहा, ''मुझे खुशी है कि राज्यपाल ने मेरी बात को माना...सत्र बुलाने में देरी करने का यह पूरा खेल इसलिए होता है... जिस तरीके से बीजेपी ने हॉर्स ट्रेडिंग का ठेका ले रखा है, बीजेपी की ओर से हमारी पार्टी के लोगों के जरिए हॉर्स ट्रेडिंग हुई, सबको मालूम है.''
गहलोत ने कहा, ''कर्नाटक, मध्य प्रदेश के बाद जिस तरह राजस्थान पर हमला किया गया है... राजस्थान में उनको मुंह की खानी पड़ेगी और यहां हमारी एकजुटता है.'' इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी... इनके तमाम षड्यंत्र नाकाम होंगे और पूरे देश में एक संदेश जाएगा.''
गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सचिन पायलट के साथ गए 18 विधायकों को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा, ''दुर्भाग्य से जो हमारे साथी गुड़गांव में बैठे हैं, वो आते नहीं है जबकि सबको मालूम है किस प्रकार का राजनीतिक माहौल राजस्थान में बना हुआ है.''
गहलोत ने कहा, ‘’जो लोग गए हैं... मुझे पता नहीं उनमें से किन-किन लोगों ने पहली किस्त ली है. हो सकता है कई लोगों ने किस्त नहीं ली हो. मैं चाहूंगा कि उनको वापस आना चाहिए.’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने बीएसपी चीफ मायावती पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि मायावती जो बयानबाजी कर रही हैं वो बीजेपी के इशारे पर कर रही हैं... बीजेपी जिस तरह से सीबीआई, ईडी का दुरुपयोग कर रही है, डरा रही है धमका रही है सबको. मायावती भी डर रही हैं, मजबूरी में बयान दे रही हैं.'
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