संसद में सुचारू कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए सरकार की ओर से बुधवार की शाम सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें संसद सत्र के सुचारू संचालन और विधेयकों पर चर्चा की गई. बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को 12 बजे राज्यसभा में भारत-चीन सीमा तनाव पर बयान देंगे.
इससे पहले भी सिंह ने चीन के मुद्दे पर लोकसभा को संबोधित किया था. उन्होंने कहा था कि भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर यथास्थिति बदलने के चीन के प्रयासों को हर बार विफल किया है.
चीन पर नहीं हुई चर्चा
अटकलें लगाई जा रही थीं कि बुधवार की सर्वदलीय बैठक में चीन के मुद्दे पर कुछ चर्चा हो सकती है, लेकिन इस बारे में इस बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई. बैठक के खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा,
“ये बैठक चीन के मुद्दे पर नहीं थी. इस दौरान विधेयकों पर चर्चा की गई और हमने सरकार से जांच (स्क्रूटनी) के लिए कुछ विधेयक भेजने पर सहमति के लिए कहा है.”
सरकारी सूत्रों ने बताया कि सिंह ने लोकसभा के उप-नेता के तौर पर सर्वदलीय बैठक में भाग लिया. इस बीच, विपक्ष ने यह भी माना है कि आने वाले समय में अर्थव्यवस्था पर चर्चा के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाना चाहिए. सिंह के अलावा सत्तापक्ष से रेल और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बैठक में उपस्थित थे.
सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत और विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधर भी बैठक में शामिल हुए. इसके अलावा कांग्रेस से आनंद शर्मा, आजाद और अन्य विपक्षी नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया.
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