रेप के मामले में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट से दोषी करार दिए जाने के बाद पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में हिंसा फैल गई है.
इस बीच हरियाणा के सीएम मनोहर खट्टर ने स्वीकार किया कि कुछ चूक हुई है, लेकिन उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उचित कार्रवाई की जा रही है
पहली बार आए बयान में मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पुलिस की गोली लगने से 30 लोगों की मौत हो गई है और करीब 200 लोग घायल हो गए हैं. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार देर रात कहा कि हिंसा करने वाले कुछ लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.
कानून तोड़ने वालों के साथ सहानभूति नहीं : खट्टर
सीएम खट्टर हिंसा के बाद पंचकुला पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दे सकते. उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कानून तोड़ने वालों के साथ कोई सहानभूति नहीं होगी. खट्टर ने कहा-
ऐसा नहीं होना चाहिए था. चूकों की पहचान कर ली गई है और हम उचित कदम उठा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ' 'अपने हाथ में कानून लेने वालों को सजा दी जाएगी. (भीड में से सुरक्षा बलों पर) गोली चलाने वाले कुछ दोषियों की पहचान हमने कर ली है. कुछ की गिरफ्तारी हुई है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ' ' मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हिंसा से हुए नुकसान का आकलन करेगी.
पंचकुला कैसे पहुंचे डेरा समर्थक ?
खट्टर ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि काफी पहले से धारा 144 लागू होने के बावजूद डेरा के हजारों समर्थक पंचकूला कैसे पहुंच गए. उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान कुछ मीडियाकर्मियों को हुए नुकसान की भरपाई का ख्याल सरकार रखेगी. पुलिस ने बताया कि पंजाब के मालवा क्षेत्र से हिंसा और आगजनी की कम से कम 32 घटनाएं सामने आई हैं.
गृहमंत्री-पीएम की पूरे मामले पर नजर
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हालात का जायजा लिया है. उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से बात की. उन्होंने मुख्यमंत्रियों को शांति बहाली के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. वहीं इस पूरे मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी निंदा की है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा-
हिंसा की घटना दुखद है. मैं हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं और सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं
पीएम ने अधिकारियों से सामान्य स्थिति बहाल करने और हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए दिन-रात जुट जाने का निर्देश दिया है.
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