साध्वी प्रज्ञा को बीजेपी से लोकसभा का टिकट मिलने के खिलाफ मालेगांव ब्लास्ट पीड़ित का परिवार कोर्ट पहुंच गया है. परिवार की तरफ से दायर याचिका में साध्वी प्रज्ञा की तबियत का जिक्र किया गया है क्योंकि यही वजह साध्वी की बेल अपील में दी गई थी. दूसरी तरफ साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर गुरुवार एक कार्यक्रम में फफक- फफक कर रो पड़ीं, उन्होंने कहा
मेरे खिलाफ साजिश रची गई थी. कुछ लोग चाहते हैं कि मुझे फांसी पर लटका दिया जाए.
साध्वी का कहना है कि NIA मान चुकी है कि वो आतंकी नहीं हैं और उन्हें राजनीति का अनुभव है लेकिन हिंदुत्व को टारगेट किया जा रहा है.
प्रज्ञा ठाकुर ने क्या कहा, यहां देखिए
ओवैसी ने पूछा, क्या यही है बीजेपी की पॉलिसी
इससे पहले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर पूछा है कि क्या साध्वी प्रज्ञा जैसे लोगों को टिकट देना ही बीजेपी का आतंक के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' पॉलिसी है. ओवैसी ने लिखा है कि आतंक के आरोपी को इतनी तरजीह देकर बीजेपी क्या साबित करना चाहती है.
‘मैं आरोपी आतंकी को टिकट देती तो..’
इससे पहले बुधवार को साध्वी प्रज्ञा के उम्मीदवारी के ऐलान के बाद महबूबा मुफ्ती भी भड़की हुई नजर आईं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, क्या होता अगर उनकी पार्टी ने चुनाव में एक आतंकी आरोपी को उतारा होता?
‘अगर मैं एक आतंक के आरोपी को चुनाव मैदान में उतारती हूं तो आप क्रोध की कल्पना कीजिए. #mehboobaterrorist हैशटैग ट्रेंड करने लगेगा और चैनल शुरू हो जाएंगे! जब भगवा कट्टरपंथियों की बात होती है तो ये लोग कहते हैं कि आतंक का कोई धर्म नहीं है लेकिन सभी मुसलमान आतंकवादी हैं. निर्दोष साबित होने तक दोषी हैं.’महबूबा मुफ्ती, पूर्व मुख्यमंत्री, जम्मू-कश्मीर
मुफ्ती ने बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भगवा कट्टरपंथ की बात आती है तो कहा जाता है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं है. लेकिन सभी मुसलमानों को आतंकवादी समझा जाता है.
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