महाराष्ट्र के सिल्लोड विधानसभा सीट से शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उन्होंने अभी तक अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को नहीं भेजा है. सत्तार के इस्तीफे की खबर के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि कम सीट होने के बावजूद सत्तार का पार्टी ने सम्मान किया है लेकिन उन्होंने वाकई इस्तीफा दिया है या नहीं, इसकी जानकारी राजभवन या मुख्यमंत्री ही दे सकते हैं .
30 दिसंबर (2019) को ठाकरे सरकार में 36 नए मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिनमें एक उपमुख्यमंत्री, 25 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं. बता दें, कांग्रेस और एनसीपी ही नहीं बल्कि शिवसेना ने भी महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय को अपने साथ साधे रखने के लिए अपने कोटे से मंत्री बनाया था.
मंत्रिमंडल का विस्तार हुए छह दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है. सूत्र बताते हैं कि विभागों को लेकर भी तीनों पार्टियों में अभी भी सहमति नहीं बन पाई है.
छोटा मंत्रालय दिए जाने से नाराज थे अब्दुल सत्तार
अब्दुल सत्तार राज्यमंत्री बनाए जाने और कम महत्व का मंत्रालय दिए जाने से नाराज बताए जा रहे थे. सत्तार ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री ठाकरे को न भेजकर शिवसेना के एक नेता को भेजा है. इस घटना के बाद शिवसेना नेताओं ने सत्तार को मनाने की कोशिश शुरू कर दी है लेकिन वह अपने इरादे पर अडिग रहने की बात कर रहे हैं.अब्दुल सत्तार की इस कार्रवाई दबाव की रणनीति बताया जा रहा है. सत्तार इस बात पर नाराज थे कि उन्हें छोटा मंत्रालय क्यों दिया गया.
कांग्रेस के नितिन राउत भी हैं नाराज?
नाराजगी केवल शिवसेना में है, ऐसा नहीं है. कांग्रेस में भी सब कुछ ठीक नहीं है. उद्धव ठाकरे के साथ शपथ लेने वाले मंत्री नितिन राउत से PWD विभाग लेकर अशोक चव्हाण को दे दिया गया. राउत से इसेस नाराज हैं. जानकारी के हिसाब से सीएम उद्धव को जो लिस्ट कांग्रेस ने सौंपी है उसमें नितिन राउत को ऊर्जा विभाग दिया गया है.
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