प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार, 1 अगस्त को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया, लेकिन इस कार्यक्रम में सबकी नजर किसी पर थी तो पीएम मोदी के साथ मंच पर मौजूद शरद पवार (PM Modi-Sharad Pawar) पर.
विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेता शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ही मंच पर एक साथ दिखाई दिए.
NCP में फूट के बाद बीजेपी और NCP (शरद पवार गुट) एक दूसरे पर खुलकर हमलावर थे, लेकिन आज पीएम मोदी और पवार के बीच मुलाकात हुई. इसपर कई नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आई है.
पुरस्कार समारोह के दौरान पीएम मोदी जब मंच से भाषण देकर वापस अपनी कुर्सी पर लौटने लगे तो सभी नेता सम्मान में खड़े थे. इसमें शरद पवार भी थे. पीएम मोदी ने हाथ जोड़कर सबको प्रणाम किया और जब शरद पवार के पास पहुंचे तो दोनों ने खुलकर बातचीत की और हाथ मिलाया. इस दौरान दोनों के चेहरे पर मुस्कुराहट थी. समारोह में अजित पवार, एकनाथ शिंदे और देवेन्द्र फड़णवीस भी मौजूद थे.
पवार ने पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा, ''लोकमान्य पुरस्कार पहले कई प्रमुख लोगों को दिया जाता था. आज इन नामों की सूची में अब मोदी का नाम भी शामिल हो गया है. मैं उन्हें इस पुरस्कार के लिए चयन के लिए बधाई देता हूं."
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''यह मेरे लिए एक यादगार पल है... मैं यहां आकर बहुत खुश हूं तो भावुक भी हूं. लोकमान्य तिलक हमारे स्वतंत्रता संग्राम के तिलक हैं."
शिवसेना नेता संजय राउत, ने कहा, "शरद पवार ने पीएम मोदी को इस कार्यक्रम के लिए 32 महीना पहले न्योता दिया था लेकिन अब स्थिती बदल चुकी है. एक महीना पहले पीएम ने भोपाल के कार्यक्रम में सबसे ज्यादा हमला NCP पर बोला था. NCP पार्टी से वही नेता BJP में चले गए जिन्हें पीएम ने भ्रष्टाचारी बोला था."
आपको बता दें कि कुछ समय पहले अजीत पवार के नेतृत्व में NCP के 20 से ज्यादा विधायकों ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी थी. 9 नेताओं ने बीजेपी-शिंदे सरकार में मंत्री पद भी हासिल कर लिया. इसके बाद से शरद पवार बीजेपी पर हमलावर थे. वे विपक्ष के INDIA गठबंधन का भी हिस्सा हैं.
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