महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने वाली पार्टी शिवसेना ने एक बार फिर बीजेपी पर ही निशाना साधा है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में सीधे लिखा है कि तुम हमें एनडीए से बाहर करने वाले कौन होते हो? शिवसेना ने कहा है किस आधार पर बीजेपी नेताओं की तरफ से ये घोषणा की गई? यात्रा में जल्दीबाजी दुर्घटना को निमंत्रण देती है.
शिवसेना ने बीजेपी नेता प्रह्लाद जोशी पर जमकर हमला बोला. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में उन्हें टेढ़ा मुंह वाला बताया है. सामना में लिखा है,
“दिल्ली के मोदी मंत्रिमंडल में से किसी एक प्रह्लाद जोशी ने यह घोषमा की है कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस से शिवसेना के संबंध जुड़ने के कारण उन्हें एनडीए से बाहर निकाल दिया गया है और उनके सांसदों को विरोधी पक्ष में बैठाया गया है. जिस टेढ़े मुंह वाले ने ये घोषणा की है उसे शिवसेना का मर्म और एनडीए का कर्म-धर्म नहीं पता.”
जनसंघ के दीये में शिवसेना ने डाला तेल
शिवसेना ने सामना में कहा है कि जब बीजेपी के साथ कोई भी पार्टी खड़ा होने से कतराती थी, तब शिवसेना ही उसके साथ खड़ी नजर आई. सामना में लिखा है, "एनडीए के जन्म और प्रसव पीड़ा को शिवसेना ने अनुभव किया है. बीजेपी के बगल में भी कोई खड़ा नहीं होना चाहता था और हिंदुत्व व राष्ट्रवाद जैसे शब्दों को देश की राजनीति में कोई पूछता भी नहीं था, तब और उससे पहले जनसंघ के दीये में शिवसेना ने तेल डाला है."
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में बीजेपी का तंबू उखाड़ने की बात कही है. शिवेसना ने कहा है कि ये अहंकारी और मनमानी राजनीति के अंत की शुरुआत है. छत्रपति शिवराय के महाराष्ट्र से लिया गया पंगा तुम्हारा तंबू उखाड़े बिना नहीं रहेगा. महाराष्ट्र उठता नहीं लेकिन उठ गया तो चुप नहीं बैठता है. पैसा और सत्ता का दर्प शिवराय की माटी में नहीं चलता है.
क्या बीजेपी ने ली थी एनडीए से इजाजत?
शिवसेना ने कहा है कि जब बीजेपी महबूबा मुफ्ती के साथ गठबंधन कर रही थी तब क्या एनडीए से इजाजत ली गई थी? सामना में लिखा है, "कश्मीर में राष्ट्रद्रोही और पाकिस्तानियों के गीत गाने वाली महबूबा मुफ्ती के साथ सत्ता के लिए निकाह करने वाली बीजेपी ने एनडीए की अनुमति ली थी क्या? नरेंद्र मोदी का विरोध करने वाले और मोदी पर कठोर टिप्पणी करने वाले नीतीश कुमार की कमर पर फिर से एनडीए की लंगोट पहनाते समय तुमने हमसे अनुमति ली थी क्या?"
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