प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) का समाजवादी पार्टी में औपचारिक विलय होने के बावजूद, पीएसपीएल के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि वह और उनकी पार्टी के उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे. शिवपाल यादव ने कहा कि हालांकि उनकी पार्टी को एक चुनाव चिह्न् 'स्टूल' आवंटित किया गया था, लेकिन इसे लोकप्रिय बनाने के लिए बहुत कम समय बचा था.
इससे पहले, पीएसपीएल को उसके चुनाव चिह्न् के रूप में एक 'कुंजी' आवंटित की गई थी.
उन्होंने दावा किया और दोहराया कि उन्होंने SP प्रमुख अखिलेश यादव को अपने नेता के रूप में स्वीकार कर लिया है, उन्होंने कहा, "मैंने तय किया है कि हम SP के निशान पर चुनाव लड़ेंगे और भारतीय जनता पार्टी को हरा देंगे।"
अखिलेश को मान लिया नेता
उन्होंने कहा, "जब मैंने अखिलेश को अपना नेता स्वीकार कर लिया है तो उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने को लेकर भ्रम की स्थिति क्यों है? शिवपाल ने उन अटकलों का भी जवाब दिया कि उनकी बहू अपर्णा यादव बीजेपी में शामिल हो रही हैं.
उन्होंने कहा, "अपर्णा को परिवार और एसपी में रहना चाहिए और लोगों के लिए काम करना चाहिए. उन्हें निश्चित रूप से उचित समय पर इनाम मिलेगा. अपर्णा यादव ने 2017 का चुनाव सपा के टिकट पर लखनऊ छावनी विधानसभा क्षेत्र से लड़ा था, लेकिन वह बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थीं.
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