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MP में चुनाव से पहले कमलनाथ-शिवराज के लगे पोस्टर, BJP-कांग्रेस का क्या प्लान?

MP कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के पास उनके खिलाफ कुछ है नहीं, इसलिए वो दुष्प्रचार कर रहे हैं.

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मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 (Madhya Pradesh Elections 2023) जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, प्रदेश में कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के बीच लड़ाई और तेज होती जा रही है. ताजा सियासी विवाद पोस्टर के जरिए शुरू हुआ है. बीजेपी समर्थकों द्वारा चौक-चौराहों से लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक कई जगहों पर पोस्टर लगाए गये, जिसमें कमलनाथ को 'करप्शन नाथ' के नाम से दिखाया गया है.

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बीजेपी समर्थकों द्वारा चौक-चौराहों से लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक कई जगहों पर पोस्टर लगाए गये, जिसमें कमलनाथ को 'करप्शन नाथ' के नाम से दिखाया गया है. राज्य में पोस्टर पॉलिटिक्स को लेकर 23 जून को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाया था.

"कोई मुझे अपमानित नहीं कर सकता और मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई मामला नहीं है, यह हर कोई जानता है."
कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश

'मुझे सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं'

कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के पास उनके खिलाफ कुछ है नहीं, इसलिए वो दुष्प्रचार कर रहे हैं. कमलनाथ ने इस मुद्दे पर कहा कि, "मुझे बीजेपी से किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है क्योंकि लोग गवाह हैं."

कमलनाथ वांटेड के पोस्टरों के बाद प्रदेश में अब 50% भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए "50% लाओ, काम कराओ" के टैगलाइन के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भी पोस्टर लगाए गए हैं.

बालाघाट से लेकर रीवा, उज्जैन, मंदसौर आदि अन्य जिलों में शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ लगाए गए इन पोस्टरों को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर भी लिखा है. कांग्रेस ने एक ट्वीट में लिखा कि, "रीवा की सड़कों पर शिवराज का भ्रष्टाचार. 50% लाओ, फोन पे काम कराओ. मध्य प्रदेश की जनता जानती है, 50% कमीशन खोरों को पहचानती है."

2023 विधानसभा चुनाव के पहले चल रहे इस पोस्टर वॉर का चुनावी असर कितना पड़ेगा ये तो वक्त बताएगा, लेकिन चुनावी माहौल बनाने में यह जरूर मददगार साबित हो सकता है.

पॉलिटिकल कंसल्टेंसी का काम करने वाले युवा एंटरप्रेन्योर सुह्रद तिवारी ने कहा कि आने वाले दिनों में बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही ई-वॉर (e-war) लड़ेंगे.

सुह्रद तिवारी ने इस ई-वॉर के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि, "समय के साथ चुनाव लड़ने के तरीके भी बदल रहे हैं. पहले लोग एक-दूसरे के खिलाफ भी बोलते थे तो, 'जी' लगाकर यानि कि इज्जत देकर, अब ऐसा नहीं है. पहले दीवारें पुतवाई जाती थीं, अब सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जाता है. और बदलते वक्त के साथ नेगेटिव कैंपेनिंग का क्रेज बढ़ा है."

इसी नेगेटिव कैंपेनिंग के चलते आपको गलियों में करपशन नाथ और फोनपे शिवराज जैसे पोस्टर दिख रहे हैं. ये सिर्फ ऑफलाइन ही नहीं बल्कि ऑनलाइन भी लड़ाई चालू है. आईटी सेल एक्टिव हैं और आने वाले दिनों में ऐसी चीजें और बढ़ेंगी."
सुह्रद तिवारी

हालांकि, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने इन पोस्टरों से बीजेपी के किसी भी संबंध को नकारते हुए कहा कि "बीजेपी का इन पोस्टरों से कोई लेना-देना नहीं है. कांग्रेस में अंतर्कलह चल रही है और पार्टी में बेटों को आगे बढ़ाने की कवायद जारी है."

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