सिंगरौली के मेयर चुनाव (Singrauli nagar nigam chunav Result 2022) में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार रानी अग्रवाल ने 9,300 से अधिक वोटों से जीत हासिल की. इसके साथ ही AAP की मध्य प्रदेश की राजनीति में औपचारिक एंट्री हो गई. बीजेपी और कांग्रेस के गढ़ में AAP उम्मीदवार रानी अग्रवाल ने दोनों के उम्मीदवार, क्रमशः चंद्रप्रताप विश्वकर्मा और अरविंद सिंह को 9 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से मात दी है. आइए जानते हैं रानी अग्रवाल को ये जीत कैसे मिली और वो हैं कौन?
AAP के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने रानी अग्रवाल को उनकी जीत पर बधाई दी और दावा किया कि पूरे देश में लोग उनकी पार्टी की "ईमानदार राजनीति" की सराहना कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि
"मध्यप्रदेश के सिंगरौली नगर निगम में मेयर पद पर जीत हासिल करने वाली AAP उम्मीदवार रानी अग्रवाल जी, सभी विजेताओं और कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई. मेहनत से जनता के लिए काम कीजिए. देश के हर कोने में अब जनता आम आदमी पार्टी के काम की ईमानदार राजनीति को पसंद कर रही है."
सवाल है कि व्हीलचेयर पर पर्चा भरने गयीं AAP उम्मीदवार रानी अग्रवाल ने यह जीत कैसे हासिल की, वह कौन से ऐसे समीकरण थे जिसने आम आदमी पार्टी को मध्य प्रदेश की राजनीति में पहली जीत दी है.
इस सवाल का जवाब बहुत हद तक रानी अग्रवाल के राजनीतिक और सामाजिक पृष्ठभूमि में छिपा है.
कौन हैं रानी अग्रवाल ?
1976 में जन्मीं रानी अग्रवाल ने 12वीं तक पढ़ाई की है. वह बरगवा ग्राम पंचायत की सरपंच रह चुकी हैं. वह वार्ड 3 से जिला पंचायत सदस्य के रूप में भी चुनी गई थीं. अग्रवाल ने 2018 का विधानसभा चुनाव सिंगरौली सीट से ही लड़ा था, लेकिन हार गयीं थीं. वह तीसरे स्थान पर रहीं और उन्हें 32,500 वोट मिले थे.
मालूम हो कि मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रानी अग्रवाल के चुनाव मैदान में आने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यहां रोड शो भी किया था और रानी अग्रवाल के पक्ष में वोट मांगे थे.
इसके बाद बीजेपी भी यहां सक्रिय हुई और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी उम्मीदवार चंद्रप्रताप विश्वकर्मा के लिए रोड शो किया था
रानी अग्रवाल मेयर का चुनाव से ठीक पहले पैर का ऑपरेशन हुआ था और वो व्हीलचेयर से पर्चा भरने पहुंची थीं. इसको लेकर वोटरों में AAP उम्मीदवार के प्रति सहानुभूति होने की भी बात कही जा रही है.
दूसरी तरफ बीजेपी ने यहां से बीजेपी विधायक राम लल्लू वैश्य के खास चंद्रप्रताप विश्वकर्मा को चुनाव मैदान में उतारा था. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सामान्य सीट से पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार को उतारने पर सामान्य वर्ग के ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य मतदाता बीजेपी से नाराज चल रहे थे. इसका फायदा आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार रानी अग्रवाल को मिला.
हाल यह था कि बीजेपी उम्मीदवार चंद्रप्रताप विश्वकर्मा, जो वार्ड नंबर 27 में रहते हैं, उनको अपने ही वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा, जबकि दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद सिंह को उनके वार्ड, 24 से रानी अग्रवाल ने हरा दिया.
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