यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक दिया गया है. अखिलेश इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे. उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव यहां छात्रों के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने जा रहे थे.
ट्वीट में सरकार पर बोला हमला
अखिलेश यादव ने एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद ट्विटर पर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला. अखिलेश ने लिखा, ‘एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है’
योगी बोले- भड़क सकती थी हिंसा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एसपी को अपनी अराजक गतिविधियों से बाज आना चाहिए. हाल ही में अखिलेश यादव प्रयागराज होकर आए हैं. इलाहाबाद प्रशासन ने बताया है कि अगर अखिलेश वहां आते हैं तो आगजनी और तोड़फोड़ हो सकती है. कुंभ को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाए हैं.
क्या है मामला
पूर्व सीएम अखिलेश यादव को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ एनुअल फंक्शन में बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया था. लेकिन इससे ठीक पहले यूनिवर्सिटी में तनाव बढ़ गया और छात्रसंघ भवन के सामने बम फोड़े गए. एबीवीपी लगातार इसका विरोध कर रही थी और एसपी छात्रों के संगठन पर आरोप लगा रही थी. इसके बाद पूरी यूनिवर्सिटी में पुलिस फोर्स लगाई गई और एडवाइजरी कमेटी ने अखिलेश यादव के कार्यक्रम पर रोक लगा दी. एबीवीपी आरोप लगा रही थी कि यह कार्यक्रम एसपी आयोजित करवा रही है.
अखिलेश यादव ने इससे पहले सोमवार को ट्वीट कर षड़यंत्र रचने का आरोप भी लगाया था. उन्होंने लिखा था, ‘शासन-प्रशासन ने हमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जाने से रोकने का षडयंत्र रचा है पर वो हमें छात्रों से मिलने से नहीं रोक सकते.
चन्द्रबाबू नायडू का किया था समर्थन
इससे पहले अखिलेश यादव ने दिल्ली में धरना दे रहे आंध्र प्रदेश के सीएम चन्द्रबाबू नायडू का भी समर्थन किया था. नायडू के समर्थन में कई नेता उनके मंच पर पहुंचे, लेकिन अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के नेता यहां भेजे. जिसके बाद अखिलेश ने ट्वीट कर अपना समर्थन जाहिर किया.
कांग्रेस से की थी गठबंधन का सहयोग करने की अपील
एसपी अध्यक्ष ने प्रियंका गांधी के राजनीति में आने का स्वागत किया है. अखिलेश ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस का प्रियंका गांधी वाड्रा को सक्रिय राजनीति में लाने का फैसला अच्छा है. अगर कांग्रेस बीजेपी से लड़ने की बात कहती है, तो उसे एसपी-बीएसपी गठबंधन का सहयोग करना चाहिए.’’
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