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बाढ़ के बीच फिल्म देखने पर सुशील मोदीः ‘एक साथ कई काम हो सकते हैं’

बिहार में बाढ़ के बीच ‘सुपर 30’ फिल्म देखने को लेकर आलोचकों के निशाने पर आए थे सुशील मोदी

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बिहार के कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. अब तक करीब 78 लोग बाढ़ की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. इस सबके बीच बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन की फिल्म ‘सुपर 30’ देखने की वजह से आलोचकों के निशाने पर आ गए. फिल्म देखने की वजह से जब सुशील मोदी सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए, तो उन्होंने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि एक वक्त में कई काम किए जा सकते हैं.

आलोचकों को जवाब देते हुए सुशील मोदी ने कहा-

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“पिछले छह दिनों में मैंने इस फिल्म को दो बार देखा. एक अंग्रेजी चैनल दिखा रहा था कि बिहार बाढ़ से डूबा है और बिहार के उप मुख्यमंत्री सिनेमा देख रहे हैं. चैनल वालों को ये नहीं मालूम है कि अगर बिहार बाढ़ में डूबा है तो भी एक साथ कई काम हो सकते हैं.”

सुशील मोदी ने कहा, "जो फिल्म बिहार पर बनी है और जिस फिल्म के कारण बिहार का मान-सम्मान बढ़ा है उस फिल्म को अगर नहीं देखने जाते हैं, तो उस फिल्म का अपमान होता है, उस फिल्म के कलाकारों का अपमान होता है. हम बिहार पीड़ितों की मदद कर रहे हैं और उनके लिए व्यवस्था कर रहे हैं."

दरअसल, विरोधियों को इस बात से ऐतराज था कि बिहार बाढ़ से बेहाल है और सुशील मोदी फिल्म देखने में मस्त थे.

ऋतिक रौशन 2 दिन पहले ही अपनी फिल्म की सफलता पर पटना गए थे और उन्होंने डिप्टी सीएम सुशील कुमार से भी मुलाकात की थी. सुशील मोदी से मुलाकात के बाद ऋतिक ने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था- ‘आपसे मिलकर मुझे प्रेरणा मिली’

पटना में टैक्स फ्री ‘सुपर 30’

ऋतिक की ये फिल्म ‘सुपर 30’ के संस्थापक आनंद कुमार की जिंदगी पर बनी है, जो पटना में अपना कोचिंग इस्टीट्यूट चलाते हैं. ऋतिक रौशन ने इस फिल्म में आनंद कुमार का किरदार निभाया है. इसी सिलसिले में ऋतिक पटना पहुंचे थे और उनकी फिल्म बिहार में टैक्स फ्री किए जाने पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी से मुलाकात की थी. 12 जुलाई को रिलीज होने के बाद फिल्म अब तक बॉक्स ऑफिस पर 75 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर चुकी है.

बिहार के आनंद कुमार पिछले 17 साल में सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब मगर मजबूत इरादे वाले बच्चों को IIT पहुंचा चुके हैं. अब ये बच्चे कई बड़ी MNC कंपनियों में, सरकारी संस्थानों में बड़े ओहदे पर काम कर रहे हैं.

आनंद कुमार के लिए मैथमेटिक्स से प्यारा कुछ भी नहीं है. आनंद जब ग्रेजुएशन में थे उस वक्त रामनुजम स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स नाम से एक क्लब बनाया था. जहां मैथमेटिक्स से प्यार करने वाले लोगों के सवाल और जवाब को जगह मिलती थी.

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