आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को उनके बेटे नारा लोकेश के साथ घर में ही नजरबंद कर दिया गया. पुलिस ने उनके घर के मेन गेट पर ताला लगा दिया. नायडू ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हो रहे लगातार हमलों के विरोध में एक विशाल मार्च बुलाया था, जिसके बाद पुलिस ने इलाके में धारा-144 लगा दी थी. मार्च से पहले ही नायडू और उनके बेटे को हाउस अरेस्ट कर लिया गया.
लेकिन घर में ही हिरासत में लिए जाने के बाद अब नायडू बाहर निकल चुके हैं. नायडू अपनी चलो आत्माकुर रैली में शामिल होने के लिए निकले हैं. उन्होंने बाहर निकलते ही बताया कि जगनमोहन रेड्डी सरकार ने उनके सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया है.
पुलिस ने नायडू के घर को किया लॉक
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के घर को अब पुलिस ने पूरी तरह से लॉक कर दिया है. पुलिस ने उनके घर के मेन गेट को रस्सियों से बांध दिया है. बता दें कि हाउस अरेस्ट होने के बाद भी नायडू अपनी पार्टी की रैली में शामिल होने के लिए निकल चुके हैं.
नायडू ने सरकार और पुलिस को दी चेतावनी
नायडू ने रैली के लिए निकलते हुए कहा, यह सरकार मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है. हम सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं. अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं. इसीलिए हम चलो आत्माकुर रैली कर रहे हैं. इस सरकार ने सभी नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया है. मैं सरकार और पुलिस को चेतावनी देता हूं कि आप हमें हाउस अरेस्ट करके रोक नहीं सकते हैं.
पुलिस की हिरासत के बाद भी रैली के लिए निकले नायडू
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू अपने घर से बाहर निकल चुके हैं और अब अपनी पार्टी की रैली चलो आत्माकुर में शामिल होने जा रहे हैं. नायडू को पुलिस ने उनके घर में ही बंद कर लिया था. उनके गेट पर ताला लगा दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद वो बाहर आए और अपनी कार में बैठकर निकल गए. जिसके बाद अब पुलिस उन्हें अपनी हिरासत में ले सकती है.
नायडू के बेटे बोले- ये तानाशाही है
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने उन्हें हिरासत में लिए जाने पर कहा, "यह तानाशाही है. हमें अलोकतांत्रिक तरीके से रोका जा रहा है. टीडीपी के नेता और कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. वाईएसआरसीपी के विधायक खुलेआम हमें धमका रहे हैं, बोल रहे हैं कि पुलिस उनके साथ है."