- तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर वोटिंग खत्म
- चुनाव में किसी भी गड़बड़ी से निपटने के लिए करीब 446 उड़न दस्ते मुस्तैद रहे
- चुनाव को पूरा कराने की जिम्मेदारी डेढ़ लाख से ज्यादा मतदान अधिकारियों पर रही
- राज्य में कुल 2.80 करोड़ मतदाताओं को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने का अवसर मिला
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के धुआंधार चुनाव प्रचार के बाद कुल 119 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग खत्म हो गई. राज्य में सत्ताधारी टीआरएस, कांग्रेस नीत गठबंधन और बीजेपी में त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. तेलंगाना में पहली बार वोटिंग के साथ वीवीपैट का इस्तेमाल किया गया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Telangana Elections | छह बजे तक 67 फीसदी वोटिंग
तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए शाम छह बजे तक 67 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. चुनाव आयोग के मुताबिक, कुछ पोलिंग स्टेशन पर वोटिंग अभी भी जारी है.
बता दें, 2014 तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 69.5 फीसदी लोगों ने मतदान किया था.
वोटर लिस्ट से नाम गायब होने के कारण ज्वाला गुट्टा नहीं डाल सकी वोट
बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा वोटर लिस्ट में नाम न होने की वजह से वोट नहीं डाल सकी. गुट्टा ने ट्वीटर पर एक वीडियो संदेश में कहा, ‘मैंने अपने नाम की जांच की थी और इसलिए आज मैं वोट करने गयी लेकिन मेरा नाम वोटर लिस्ट से गायब था. मेरा कहना है कि मेरे पिता और बहन का नाम तब से गायब है जबसे हमने इसकी ऑनलाइन जांच की थी.''
उन्होंने पूछा कि वोटर लिस्ट से उनका नाम क्यों हटाया गया, जबकि पिछले 12 साल से वह एक घर में रह रही हैं. ज्वाला ने कहा कि अगर नाम काटा जाता है तो संबंधित व्यक्ति को निश्चित तौर पर सूचित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी मां का नाम मतदाता सूची में है और उन्होंने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. ज्वाला के पिता क्रांति गुट्टा ने बताया कि लगभग एक महीने पहले ज्वाला का नाम वोटर लिस्ट में था.
तेलंगाना सरकार ने वोटरों के लिए टोल वसूली रोकी
हैदराबाद शहर से वोट देने अपने गांवों या पैतृक स्थान पर जाने वाले वोटरों के लिए राज्य सरकार ने शुक्रवार टोल माफ करने का फैसला किया है. राज्य के मुख्यसचिव ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिख कर सरकार के इस फैसले की मंजूरी देने की मांग की है.
चुनाव अधिकारियों ने रिपोर्टरों से कहा है कि टोल प्लाजा पर लंबी लाइनों को देखते हुए उन्होंने मुख्य सचिव से टोल माफ करने का अनुरोध किया था. टोल लाइन में लाइनें खत्म होने से लोग जल्दी अपने पैतृक स्थानों पर पहुंच कर वोट दे सकेंगे