पश्चिम बंगाल चुनावों को लेकर बीजेपी और टीएमसी लगातार एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं. इस बीच ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले को लेकर टीएमसी के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में चुनाव आयोग से शिकायत की. टीएमसी नेताओं ने चुनाव आयोग से कहा कि इस मामले की हाई लेवल जांच के आदेश दिए जाएं. पार्टी ने एक बार फिर इसे साजिश करार दिया है. टीएमसी के अलावा बीजेपी के नेताओं ने भी चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुलाकात की.
बीजेपी नेताओं पर लगाए आरोप
टीएमसी नेताओं के पहुंचने पर चुनाव आयोग के तमाम अधिकारियों ने उनकी बात सुनी. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा भी मौजूद रहे. टीएमसी नेताओं ने चुनाव आयोग को बताया कि ममता बनर्जी पर हुए हमले से पहले बीजेपी नेताओं ने ट्विटर पर उन्हें धमकियां दी थीं. इसमें पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष का नाम भी लिखा गया है. जिसमें बताया गया है कि दिलीप घोष ने हमले से पहले फेसबुक पर एक पोस्ट में ममता बनर्जी के नंदीग्राम आने पर उनके गिरने की बात कही थी.
इसके अलावा टीएमसी नेताओं ने चुनाव आयोग से कहा है कि हमले से ठीक पहले बीजेपी नेताओं ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी और आईजीपी को हटाने की मांग की थी. जिसके बाद 9 मार्च को चुनाव आयोग ने राज्य सरकार से बातचीत किए बिना ही डीजीपी को हटाने का फैसला ले लिया.
साजिश के तहत पुलिस रही गायब
टीएमसी नेताओं ने साजिश का आरोप लगाते हुए बीजेपी सांसद सौमित्र दास के एक ट्वीट का भी जिक्र किया. जिसमें वो बाबुल सुप्रियो को जवाब दे रहे हैं. टीएमसी नेताओं के मुताबिक इस ट्वीट में दास कह रहे हैं कि कल शाम 5 बजे के बाद आपको पता चल जाएगा. टीएमसी नेताओं ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि ये एक प्लान की गई साजिश थी. इसके अलावा टीएमसी नेताओं ने फिर दोहराया कि हमले के दौरान एसपी और लोकल पुलिस मौके से गायब थी.
बता दें कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार खत्म कर लौट रहीं, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को अचानक चोट लग गई. ममता ने चोट लगने के बाद दावा किया कि कुछ लोगों ने उन्हें गाड़ी की तरफ धक्का दिया.
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