बीजेपी नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने भरे जनता दरबार में एक पुलिस अधिकारी को वर्दी उतार देने की धमकी दे डाली. एक व्यक्ति की शिकायत का निपटारा करने के दौरान अश्विनी चौबे भड़क गए और उन्होंने पुलिस दारोगा को जमकर फटकार लगाई. जब मंत्री जी दारोगा को डांट रहे थे तब पुलिस के बड़े अधिकारी भी वहां मौजूद थे.
दरअसल बक्सर में अश्विनी चौबे एक जनता दरबार में पहुंचे थे. इस दौरान एक शख्स उनके पास पहुंचा और कहा कि पुलिस ने उन्हें गुंडा करार दे दिया है. इस पर केंद्रीय मंत्री ने दारोगा से सवाल करने शुरू कर दिए. दारोगा ने बताया कि क्यों उस शख्स खिलाफ नोटिस जारी किया गया है. दारोगा के सफाई देने से पहले ही अश्विनी चौबे ने दारोगा से कहा-
क्या आप जानते हैं कि ये गुंडा है, आपने गुंडा देखा है कभी? जैसे ही दारोगा ने कुछ बोलने की कोशिश की तो मंत्री ने तेज आवाज में उसे चुप होने को कहा. उन्होंने कहा- किसने आपको नोटिस देने को कहा था, बताइए आप किसी को भी गुंडा बना देंगे. अगर उसी नोटिस के बदले आपके ऊपर कार्रवाई कर देंगे तो कहां जाओगे आप? आपकी वर्दी उतर सकती है. भविष्य में ऐसा कोई काम नहीं करना.
चौबे ने इस दौरान दारोगा को कहा कि आपको आम आदमी गुंडा दिखाई देता है. जो गुंडा है उस पर कार्रवाई नहीं होती लेकिन सीधे लोगों का नाम गुंडा रजिस्टर में डाल दिया जाता है. हैरानी वाली बात ये है कि जब केंद्रीय मंत्री ने दारोगा को डांटना शुरू किया तो वहां मौजूद सभी लोग हंसने और तालियां बजाने लगे. हालांकि अश्विनी चौबे ने ऐसा करने से उन्हें मना किया.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा, साल 2003 में जब कुछ बीजेपी कार्यकर्ता और अन्य पार्टियों के कार्यकर्ता भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे थो तो उन्हें प्रसाशन ने गुंडा बताकर केस दर्ज किया था. मैंने पुलिस अधिकारी को बताया कि किसी को भी गुंडा कहना ठीक नहीं है.
इससे पहले भी कई बार नेताओं के अधिकारियों को धमकाने के मामले सामने आए हैं. कई जनसभाओं और सार्वजनिक तौर पर अधिकारियों के साथ ऐसा बदसलूकी आम बात हो चुकी है. फिर चाहे वो बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे का नगर निगम अधिकारी को बैट से पीटना हो या फिर आजम खान का जिला मजिस्ट्रेट से जूता साफ करवाने वाला बयान, नेताओं ऐसे कई वीडियो और बयान हर दूसरे दिन सामने आते रहते हैं.
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