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UP चुनाव को लेकर BJP, संघ सब सक्रिय! अब नड्डा करेंगे 2 दिन की बैठक

5 और 6 जून को दिल्ली में होने वाली इस बैठक में 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की रणनीति की समीक्षा की जाएगी. 

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी किस स्तर पर तैयारी में जुटी है इसका अंदाजा पिछले कुछ दिनों की बैठकों से लगाया जा सकता है. सबसे पहले पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष ने लखनऊ में सरकार और संगठन के पदाधिकरियों से मुलाकात की.मंत्रियों, विधायकों, कार्यकर्ताओं के साथ कई लंबी बैठकें हुईं. फिर, मोहन भागवत के दिल्ली दौर में यूपी चुनाव पर चर्चा की बात की जा रही है इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय महासचिवों की दो दिन की बैठक बुलाई है.

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जेपी नड्डा की बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर होगी चर्चा

5 और 6 जून को दिल्ली में होने वाली इस बैठक में 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की रणनीति की समीक्षा की जाएगी. जाहिर है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव इसके केंद्र में होगा. न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि हाल ही में हुए चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन की भी समीक्षा की जाएगी. राज्यों के प्रभारियों को अपने-अपने राज्यों के बारे में तैयारी के लिए कहा गया है. बता दें कि यूपी के अलावा उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भी अगले साल चुनाव हो सकते हैं. इस बैठक के एजेंडे में बीजेपी शासित राज्यों में कोविड प्रबंधन पर भी चर्चा हो सकती है.

कुल मिलाकर ये कह सकते हैं कि पश्चिम बंगाल चुनाव में मिली हार के बाद अब 2022 विधानसभा चुनाव में जाने से पहले सभी खामियों को समझ लेना चाहती है और रणनीति पर पुख्ता काम कर लेना चाहती है.

कोरोना वायरस महामारी की वजह से उत्तर प्रदेश में जिस तरह के हालात पैदा हुए थे और लगातार विधायकों, सांसदों और मंत्रियों का खुला खत खामियों के खिलाफ सामने आया था. इस वजह से भी बीजेपी यूपी पर खास ध्यान दे रही है. बीजेपी को पता है कि देश की सत्ता पर मजबूत पकड़ बनाए रखनी है तो यूपी में सत्ता बरकरार रखनी ही होगी.

भागवत के दौर पर भी होगी यूपी पर चर्चा

पार्टी के अलावा संघ भी यूपी चुनाव को लेकर सक्रिय दिख रहा है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया है कि, दिल्ली में आरएसएस चीफ मोहन भागवत की भी कई मीटिंग होंगीं. इसमें आरएसएस के भी कुछ बड़े नेता शामिल हो सकते हैं. ये जानकारी अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेडकर के हवाले से दी गई है.मोहन भागवत के इस दौरे में उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों को लेकर चर्चा हो सकती है.

सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि, आरएसएस प्रमुख की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश चुनावों का एक विस्तृत विश्लेषण हो सकता है. भागवत अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में ही रहेंगे. ये भी बताया गया है कि, जिन राज्यों में अगले साल चुनाव होने जा रहे हैं वहां कोरोना का प्रबंधन कैसा रहा, इसकी जानकारी भी मोहन भागवत को दी जाएगी.

बीएल संतोष के दौरे के क्या मायने हैं?

केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से बीएल संतोष के यूपी के दौरे के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि बीएल संतोष 'फीडबैक' लेने गए थे. न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक योगी कैबिनेट के मंत्रियों ने बताया कि बीएल संतोष ने कोरोना काल में किए गए सेवा कार्य की समीक्षा की.

इस दौरे के वक्त फेरबदल की भी खूब चर्चा हुई.एक चर्चा ये थी कि बीजेपी, प्रदेश अध्यक्ष पद पर केशव मौर्य को लाना चाहती है ताकि 2022 में ओबीसी चेहरे के तौर पर पार्टी उन्हें दिखा सके. दूसरी चर्चा एके शर्मा को लेकर थी, रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर जब से यूपी आए हैं चर्चा है कि डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे लेकिन ऐसा अब हो नहीं पाया है.

जहां तक रही योगी आदित्यनाथ की बात तो बीएल संतोष ने बीच यूपी यात्रा एक ट्वीट किया.-"विगत पांच सप्ताहों में योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रतिदिन के कोरोना के नए मामलों में 93 प्रतिशत तक की कमी लाई...यह याद रखना होगा कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 20 करोड़ से ज्यादा है. नगर निगमों के मुख्यमंत्री 1.5 करोड़ आबादी वाले शहर का प्रबंधन नहीं कर सके वहीं, योगी जी ने इतने बड़े राज्य को बेहतर तरीके से संभाला.'

साफ है चुनाव से ठीक पहले यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के मन में कोई संदेह नहीं है.

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