योगी सरकार अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की मूर्ति स्थापित करने जा रही है. ये ही नहीं, अयोध्या को पर्यटन मानचित्र पर ऊभारने के लिए कई योजनाएं भी पेश की जाएंगी. सरकार ये सब 'नव्य अयोध्या' प्लान के तहत कर रही है. ये ही वजह है कि इस बार आध्यात्मिक नगरी में दीपावली बेहद खास और गहमागहमी भरी होगी.
पर्यटन विभाग के इस प्रस्ताव को राज्यपाल राम नाईक के पास भेजा गया था. सरकार के इस प्रस्ताव में प्रतिमा की ऊंचाई 100 मीटर रखने की बात कही गई है.
ये है तैयारी?
अयोध्या में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय को राज्य सरकार ने 195.89 करोड़ की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भेजी थी. इसमें राज्य को 133.70 करोड़ रुपये दिए गए हैं.
सरकार इसके अलावा रामकथा गैलरी, सरयू तट का विकास, रानी हो के स्मारक घाटों का सुधार खासकर गुप्तार घाट, सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने जैसे कई अहम कदम उठाने जा रही है.
18 अक्तूबर को छोटी दीपावली पर अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में राम की पौड़ी पर 1,71,000 दीप जलाए जाएंगे. दीपोत्सव कार्यक्रम में अयोध्या को हेरिटेज वॉक, भगवान राम के अयोध्या आगमन को दर्शाते हुए भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा.
सरयू नदी पर बने नए घाट पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री आरती करेंगे. इसके बाद लेजर शो का भी आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में इंडोनेशिया और थाइलैंड के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे.
(इनपुट: भाषा से)
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