- नगर निगम, नगर पालिकों, नगर पंचायत में अलग-अलग ट्रेंड
- बड़े शहरों में बीजेपी मजबूत, छोटे शहर-कस्बों में मिली टक्कर
- सीएम योगी के गढ़, राहुल गांधी के गढ़, केशव मौर्य के गढ़ में लगी सेंध
यूपी निकाय चुनाव के नतीजे में बीजेपी ने बाजी मारी है. लेकिन क्या ये जीत वैसी ही है जैसी मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में थी? उस चुनाव में बीजेपी ने करीब 70 फीसदी से ज्यादा सीटें जीती थी. शहरों में तो पार्टी का प्रदर्शन और भी बेहतर रहा था. नवंबर के शहरी चुनावों में नगर निगमों को छोड़ दिया जाए तो सबसे बड़ी जीत निर्दलीयों की हुई है- अगर अध्यक्ष के साथ साथ इसमें सदस्यों की भी गिनती करें तो. बीजेपी के खाते में 20 से 30 फीसदी सीटें ही आईं हैं.
अब जरा 3 हिस्सों में बंटे आंकड़ों पर नजर डालते हैं:
- नगर निगम
- नगर पालिका
- नगर पंचायतों
के नतीजों में जानते हैं पार्टी, उम्मीदवारों और VIP सीटों का हाल
नगर निगम: 16
नगर निगम अध्यक्ष
यूपी की 16 नगर निगम अध्यक्ष पदों में से 14 पर बीजेपी ने जीत हासिल की है, वहीं 2 पर बीएसपी ने अपना कब्जा जमाया है.
- 2012 के चुनावों में बीजेपी ने 10 नगर निगम अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी.
- अलीगढ़, मेरठ सीट पर बीएसपी ने जीत हासिल की है
निगम पार्षद:
यूपी में पार्षद के 1300 पद हैं. खबर लिखे जाने तक 1294 सीटों के नतीजे सामने आए हैं. इनमें बीजेपी को 594 सीटों पर जीत मिली है.
- 201 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी दूसरे नंबर पर और 147 सीटों के साथ बीएसपी तीसरे नंबर पर है.
- कांग्रेस को 110 सीटें मिली हैं.
- आम आदमी पार्टी 3, ओवैसी की पार्टी AIMIM को 12 सीट हासिल हुई है.
नगर पालिका: 198
नगर पालिका अध्यक्ष:
- राज्य में नगरपालिका अध्यक्ष की 198 सीटें हैं, जिनमें से 193 के नतीजे सामने आ चुके हैं. इनमें से बीजेपी को 67 सीटें हासिल हुई हैं.
- दूसरे नंबर पर 45 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी और तीसरे नंबर पर 28 सीटों के साथ बीएसपी है.
- कांग्रेस को 9 सीटें हासिल हुई है. आम आदमी पार्टी- AIMIM का खाता नहीं खुला है.
नगर पंचायत: 438
नगर पंचायत अध्यक्ष:
राज्य में नगर पंचायत अध्यक्ष की 438 सीटें हैं. इनमें से 100 सीटों पर बीजेपी ने बाजी मारी है. 83 सीट समाजवादी पार्टी को हासिल हुईं है बीएसपी को 45 सीट हासिल हो सकी है. कांग्रेस को 17 सीटों पर ही जीत मिल सकी है.,
VIP सीटों का क्या है हाल ?
यूपी में कई ऐसी वीआईपी सीटें हैं जिनपर पूरे राज्य की निगाहे थीं. ऐसे में जानते हैं गोरखपुर, अमेठी, बनारस, गाजियाबाद, कौशांबी और इलाहाबाद का हाल
गोरखपुर नगर निगम:
गोरखपुर से बीजेपी के उम्मीदवार सीताराम को मेयर का पद हासिल हुआ है. लेकिन नगर निगम की कुल 70 सीटों की बात करें तो सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ में बीजेपी कुछ खास मजबूत नहीं नजर आई. गोरखपुर नगर निगम में पार्षदों की कुल संख्या 70 है. इनमें से 28 पर बीजेपी को जीत मिली है. यानी 40 फीसदी ही सीट बीजेपी हासिल कर सकी है.
गोरखपुर नगर निगम में दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी रही है जिसे 19 सीटें मिले हैं. 17 निर्दलीय उम्मीदवारों को भी जीत हासिल हुई है. बीएसपी को 4 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली हैं.
योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र वाले वॉर्ड-68 में निर्दलीय उम्मीदवार नादरा खातून को जीत मिली है.
वाराणसी :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में मेयर सीट बीजेपी के कब्जे में गई है.वाराणसी नगर पालिका की 90 सीटों में से 36 पर बीजेपी को जीत मिली है. वहीं दूसरे नंबर पर 22 सीटों के साथ कांग्रेस है. समाजवादी पार्टी को यहां 13 सीट मिली हैं. बता दें कि 11 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों को हासिल हुई हैं.
अमेठी:
- कांग्रेस परिवार का गढ़ माने जाने वाला अमेठी, हाथ से खिसकता दिखा.
- अमेठी नगर पंचायत अध्यक्ष पद बीजेपी के खाते में गया है.
- अमेठी की जायस नगर पालिका अध्यक्ष सीट पर बीजेपी ने कब्जा किया
- गौरीगंज नगर पालिका अध्यक्ष सीट पर एसपी ने जीत हासिल की
खास बात ये है कि कांग्रेस ने नगर पंचायत अमेठी और मुसाफिरखाना अध्यक्ष पद के लिये उम्मीदवार नहीं उतारे थे.
इलाहाबाद:
इलाहाबाद नगर निगम के मेयर पद का चुनाव बीजेपी प्रत्याशी अभिलाषा गुप्ता नंदी ने जीत लिया.
पार्षद के चुनावों में एसपी ने भाजपा को कांटे की टक्कर दी और नगर निगम के 80 वार्डों के लिए हुए चुनावों में एसपी के टिकट पर 24 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की, जबकि भाजपा के टिकट पर 22 उम्मीदवार जीते.
कांग्रेस के टिकट पर 11 और बीएसपी के टिकट पर 3 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. इलाहाबाद नगर निगम के पार्षद के चुनाव में 18 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जबकि AIMIM और शिव सेना ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की.
कौशांबी:
कौशांबी की 6 नगर पंचायत सीटों में सभी में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. बता दें कि ये प्रदेश के डिप्टी सीएम और बीजेपी के पूर्व यूपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का गृह जिला है.
नोट: कुछ सीटों पर काउंटिंग जारी है, अपडेट किया जा रहा है. बने रहिए क्विंट हिंदी के साथ
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