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केशव प्रसाद मौर्य का विवादित बयान-''पहले लुंगी-टोपी वाले धमकाते थे...''

केशव प्रसाद मौर्य का विवादित बयान प्रयागराज में बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के कार्यक्रम का बताया जा रहा है.

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यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) आजकल अपने बयानों की वजह से अकसर विवादों में रहते हैं. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, उनके बयानों पर विवाद भी बढ़ता जा रहा है. अब मौर्य के एक ताजा बयान पर हंगामा हो रहा है. इस बयान में वह लुंगी-टोपी पहनने वालों को गुंडा बताते दिख रहे हैं. उनके बयान को मुस्लिम समुदाय से जोड़कर देखा रहा है.

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मौर्य ने क्या कहा? 

केशव प्रसाद मौर्य के एक विवादित बयान का विडियो वायरल हो रहा है. यह बयान प्रयागराज में बीजेपी के व्यापार प्रकोष्ठ के कार्यक्रम का बताया जा रहा है.

विडियो में केशव मौर्य कह रहे हैं, ''पहले कितने लुंगी छाप गुंडे घूमते थे, जालीदार टोपी लगाए हुए रायफल-बंदूक लिए हुए व्यापारियों को धमकाने का काम कौन करता था? आपकी जमीनों पर कब्जा करना और शिकायत करने नहीं जाने की धमकी कौन देता था? ये सारा कुछ याद रखना, मैं कोई ऐसी बात नहीं कह रहा हूं जो नहीं हुई होगी.''

इस कार्यक्रम में यूपी सरकर के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और नंद गोपाल नंदी भी मौजूद थे.एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार मौर्य ने प्रयागराज में बीजेपी द्वारा आयोजित व्यापारियों के सम्मेलन में विवादित बयान दिया है. रिपोर्ट के अनुसार मौर्य ने 'लुंगी-टोपी वालों गुंडों' को पहले की समाजवादी सरकार से जुड़ा बताया.

हाल ही में मुथरा पर बयान को लेकर हुआ था बवाल

यह पहली बार नहीं है जब केशव मौर्य के बयान को लेकर विवाद हुआ हो. हाल ही में उन्होंने मथुरा को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसपर काफी बवाल हुआ था.

उन्होंने कहा था, 'अयोध्या- काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है.'' विपक्ष ने मौर्य के इस बयान को लेकर निशाना साधते हुए कहा था कि यूपी चुनाव से फिर से मंदिर-मस्जिद का मुद्दा लाकर बीजेपी ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है.

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सीएम योगी ने भी दिया था विवादित बयान

कुछ दिनों पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक बयान दिया था, जिसपर विवाद हो गया था. योगी सितंबर में कुशीनगर में एक कार्यक्रम में कह था कि पहले की सरकार के दौरान 'अब्बा जान' कहने वाले लोग गरीबों का राशन हड़प जाते थे. उनकी सरकार ने इसपर रोक लगाई है.

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