उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव (Utter Pradesh Assembly Election) को लेकर घमासान मचा हुआ है. बुधवार को दिल्ली में बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के घर पर जाट समुदाय के 200 से ज्यादा नेताओं के साथ बैठक करने बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने यह कहा है कि जयंत चौधरी के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले हैं. शाह ने कहा कि बीजेपी यह चाहती थी कि जयंत भाई हमारे घर में आए, लेकिन उन्होंने इस बार गलत घर चुना है.
आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा को ट्वीट के जरिए जवाब देते हुए कहा कि घर बुलाने का न्योता मुझे नहीं, उन 700 से ज्यादा किसान परिवारों को दें जिनके घर उजाड़ दिए. जयंत ने कहा कि छात्रों के साथ हिंसा देश के भविष्य पर वार है. कृषि आंदोलन के दौरान जिस तरह से किसानों पर अत्याचार हुआ, उसे कैसे भुलाया जा सकता है.
जयंत चौधरी ने कहा कि हमने गलत राह नहीं चुनी, बल्कि इस बार उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में किसान वोट की चोट से बीजेपी को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं. जाटों को आरक्षण और भूतपूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग पहले भी जाट समाज उठा चुके हैं.
बावजूद इसके चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग को बीजेपी सरकार ने अनसुना किया. रहा सवाल आरक्षण का तो चौधरी अजित सिंह अपने कार्यकाल के दौरान संसद में जाटों को आरक्षण देने की वकालत कर चुके हैं.
बता दें कि पहले चरण के तहत 10 फरवरी को 58 सीटों और दूसरे चरण के तहत 14 फरवरी को 55 सीटों पर मतदान होना है. इन 113 सीटों पर जीत-हार का फैसला करने में जाट मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
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