सूखाग्रस्त लातूर को वाटर ट्रेन के जरिए पानी भेजने के बाद अब केंद्र सरकार ने बुंदेलखंड का रुख किया है. हालांकि गुरुवार को जब केंद्र सरकार द्वारा बुंदेलखंड भेजी गई वॉटर ट्रेन यूपी के महोबा जिले के लिए निकली तो उत्तर प्रदेश सरकार ने मदद लेने से इंकार कर दिया.
बुंदेलखंड के सूखाग्रस्त इलाकों के लिए मध्यप्रदेश के रतलाम से भेजी गई ‘वाटर एक्सप्रेस’ बुधवार शाम से झांसी स्टेशन के यार्ड पर ही खड़ी है.
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री शिवपाल यादव ने कहा है कि उनकी सरकार बुंदेलखंड में पानी की कमी नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बुंदेलखंड के सूखा प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम कर लिए हैं.
शिवपाल ने कहा है कि जब भी उन्हें पानी को लेकर केंद्र से मदद की जरूरत होगी तब वह इसकी मांग करेंगे लेकिन अभी उन्हें केंद्र से पानी की कोई जरूरत नहीं है.
‘नहीं है वाटर ट्रेन की जानकारी’
महोबा जिला प्रशासन का कहना है कि उन्हें ट्रेन के आने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. प्रशासन का कहना है कि महोबा जिले में पानी की कोई किल्लत नहीं है, जहां पर भी पानी की जरूरत है वहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है.
प्रशासन ने किया पानी की जरूरत से इंकार
महोबा जिला प्रशासन के बयान से रेलवे अधिकारियों का बयान बिल्कुल अलग है. झांसी रेल मंडल के एडीआरएम विनीत सिंह का कहना है कि महोबा के डीएम वीरेश्वर सिंह ने पानी की जरूरत से इंकार कर दिया है, जिसके चलते वाटर ट्रेन झांसी स्टेशन के यार्ड में खड़ी है.
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