29 दिसंबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) आगरा के वाल्मीकि समाज के लोगों से मिलने पहुंची. पिछले दिनों आगरा के वाल्मीकि समाज से संबंध रखने वाले एक व्यक्ति अरुण की हत्या कर दी गई थी. प्रियंका गांधी उसी समाज के लोगों का दर्द बांटने आगरा पहुंची हुई थीं.
उन्होंने कहा कि अरुण वाल्मीकि जी और उनके परिवार के साथ जो हुआ, उसके बाद से मेरे दिल में ये बात थी और मैं सोच रही थी कि हम क्या कर सकते हैं. समाज के साथ बार-बार अत्याचार हो रहे हैं.
वाल्मीकि समाज से एक व्यक्ति बनाया जाएगा कांग्रेस प्रत्याशी
इस दौरान उन्होंने वाल्मीकि समाज से संबंध रखने वाले एक व्यक्ति को आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज अपनी लड़ाई लड़ेगा और मजबूती से लड़ेगा, इस तरह के अत्याचार सहे नहीं जाएंगे.
मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि कुछ दिनों पहले समाज से चर्चा करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा गया था. मैंने आज यहां पूछा कि यहां पर चुनाव लड़ने के लिए अपने ही समाज एक नाम मुझे दें, जो उनकी तरफ से कांग्रेस का उम्मीदवार बन सके, जिससे पूरे प्रदेश और देश में एक संदेश जाए कि आपने हमारे साथ इस तरह का अत्याचार किया और हम मजबूती से अपने हकों के लिए ल़ड़ रहे हैं.
प्रियंका गांधी ने वाल्मीकि परिवार से चर्चा करते हुए कहा कि मैं सोच रही थी कि किस तरह से आपके समाज को इस्तेमाल किया गया है. मैं हाथरस में भी गई थी, आप सब जानते हैं कि वहां पर क्या हुआ. उस लड़की को बदनाम किया गया, बिना माता-पिता की मौजूदगी के उसकी चिता जलाई गई.
आप लोग अपने एक व्यक्ति को चुनकर मुझे दें, जो कांग्रेस का प्रत्याशी बनकर यहां से चुनाव लड़ सके. मैं चाहती हूं कि एक करके देश की राजनीति में बदलाव लाया जाए और आप सबका प्रतिनिधित्व भी मजबूत हो. हम चाहते हैं कि पूरे देश में ये संदेश जाए कि आपने हमारे साथ ऐसा किया तो हम अपनी लड़ाई खुद लड़ सकते हैं.प्रियंका गांधी, महासचिव, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
उन्होंने अमेठी में एक बच्ची के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से हम पूर दलित समाज व खास तौर से आपके समाज पर रोज-रोज हादसे देख रहे हैं, वो चिंताजनक है. आपने कल भी देखा होगा, अमेठी में एक छोटी सी बच्ची बुरी तरह से मारा-पीटा गया.
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