उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharnpur) में राजा मिहिर भोज के इतिहास को लेकर राजपूत और गुर्जर समाज आमने-सामने हैं. सहारनपुर में गुर्जर समाज ने सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार गौरव यात्रा निकाली लेकिन पुलिस के अनुसार उन्होंने इसकी अनुमति नहीं दी थी. इस बीच सहारनपुर में धारा 144 लगा दी गई है और साथ ही इंटरनेट बंद कर दिया गया है. शहर में हाई अलर्ट जैसे हालात बन गए हैं.
बिना अनुमति निकाली गई 'गौरव यात्रा'
सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार गौरव यात्रा को निकालने के संबंध में गुर्जर समाज को जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी. हालांकि इसके बावजूद यात्रा निकाली गयी और इसमें हजारों लोग शामिल हुए.
दोनों समुदायों के बीच तकरार की वजह यह है कि गुर्जर समाज और राजपूत समाज दोनों ही सम्राट मिहिर भोज को अपना सम्राट बताते रहें हैं.
पुलिस ने जनपद में कई स्थानों पर गुर्जर समाज के कई नेताओं को घर में ही नजरबंद कर दिया है. इसके बावजूद दूसरी तरफ सहारनपुर जनपद के हरपाल से फंदपुरी की पटरी पर गुर्जर समाज के हजारों लोगो का काफिला अंबेहटा के लिए कूच कर गया.
जिलाधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, "गुर्जर समाज द्वारा यह एक नई परंपरा थी, और जातिगत आधार पर किसी यात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती इसलिए इसकी इजाजत नहीं दी गई थी, गुर्जर समाज के कुछ लोगों ने बिना अनुमति के इस यात्रा को निकाला है."
जिलाधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि, "हमने भीड़ के रूप में जो यात्रा निकाली जा रही थी उसे पांच जगह रोकने की कोशिश की. हमने उन्हें समझाया और इसे रुकवाया." उन्होंने कहा कि, "दूसरे समाज (राजपूत समाज) में भी इसको लेकर रोष है उन्होंने हमें एक ज्ञापन सौंपा है.
नकुड़ बाईपास पर पुलिस प्रशासन ने भीड़ और ट्रैक्टरों रोकने का असफल प्रयास किया. टुकड़ों में भीड़ नकुड़ पहुंचती रही, प्रशासन का दावा है कि फिलहाल जिले में शांति कायम है, माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)