उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जारी हैं. इनमें से 10 सीट ऐसी हैं जिनके विधायक लोकसभा चुनाव 2019 में सांसद चुन लिए गए थे. ग्यारहवीं सीट हमीरपुर सीट है जहां के विधायक अशोक कुमार सिंह चंदेल का नाम हत्या के मामले में आने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
जिन सीटों पर वोटिंग चल रही है उनमें प्रतापगढ़, लखनऊ कैंट, रामपुर, गंगोह, गोविंदपुर, जलालपुर, जैदपुर, इगलास, मानिकपुर, घोसी और बल्हा शामिल हैं. बता दें, जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 151 ए के अनुसार, कोई भी विधानसभा या लोकसभा सीट खाली होने पर छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना पड़ता है.
बीजेपी का टेस्ट!
लोकसभा चुनाव 2019 में मिली करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन टूट गया था, जिसके बाद अब विधानसभा उपचुनावों में दोनों दल अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं. दूसरी ओर, कांग्रेस को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की अगुवाई में कुछ अप्रत्याशित परिणामों की उम्मीद है.
उत्तर प्रदेश में साल 2017 में विधानसभा चुनाव हुए थे. बीजेपी ने यूपी विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को हराकर प्रचंड बहुमत हासिल किया था. उपचुनावों में भी बीजेपी को बड़ी जीत की उम्मीद है, ताकि वह यूपी विधानसभा में और अधिक संख्या जुटा सके.
विधानसभा सीट और उम्मीदवार
उत्तर प्रदेश की कुल 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव है.
लखनऊ कैंट विधानसभा सीट
इस सीट पर साल 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी ने जीत हासिल की थी. लोकसभा चुनाव 2019 में रीता बहुगुणा जोशी ने प्रयागराज सीट से चुनाव लड़ा और जीतीं. लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद रीता बहुगुणा जोशी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद लखनऊ कैंट सीट खाली हो गई थी.
- बहुजन समाज पार्टी - अरुण द्विवेदी
- कांग्रेस - दिलप्रीत सिंह
- बीजेपी - सुरेश तिवारी
- समाजवादी पार्टी - आशीष चतुर्वेदी
प्रतापगढ़ सदर विधानसभा सीट
बीजेपी के लाल गुप्ता के प्रतापगढ़ से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई थी.
- बीएसपी - रणजीत सिंह पटेल
- कांग्रेस - नीरज त्रिपाठी
- अपना दल - बीजेपी के संयुक्त प्रत्याशी- राजकुमार पाल
- समाजवादी पार्टी- बृजेश वर्मा पटेल
रामपुर सदर विधानसभा सीट
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान के रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद रामपुर सदर विधानसभा सीट खाली हो गई थी. आजम खां रामपुर विधानसभा सीट से नौ बार विधायक रहे हैं.
- बहुजन समाज पार्टी - जुबैर मसूद
- कांग्रेस - अरशद अली खां
- बीजेपी - भारत भूषण गुप्ता
- समाजवादी पार्टी - तंजीन फातिमा
गंगोह विधानसभा सीट
गंगोह विधानसभा सीट सहारनपुर जिले और कैराना लोकसभा क्षेत्र में आती है. साल 2017 के विधानसभा चुनावों में इस सीट पर बीजेपी के प्रदीप चौधरी ने जीत दर्ज कराई थी, बाद में पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनावों में कैराना सीट से उम्मीदवार बनाया. प्रदीप चौधरी के कैराना सीट से सांसद चुन लिए जाने के बाद गंगोह विधानसभा सीट खाली हो गई थी.
- बहुजन समाज पार्टी - इरशाद चौधरी
- कांग्रेस - नोमान मसूद
- बीजेपी - कीरत सिंह
- समाजवादी पार्टी- चौधरी इंद्रसेन
मानिकपुर विधानसभा सीट
चित्रकूट की मानिकपुर विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में बीजेपी के आरके सिंह पटेल विधायक चुने गए थे. बाद में वह 2019 के लोकसभा चुनाव में बांदा सीट से सांसद चुने गए. इसके बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
- बहुजन समाज पार्टी - राज नारायण उर्फ निराला कोल
- कांग्रेस - रंजना पांडेय
- बीजेपी - आनंद शुक्ला
- समाजवादी पार्टी - निर्भय सिंह पटेल
इगलास विधानसभा सीट
बीजेपी के राजवीर सिंह वाल्मीकि दिलेर के हाथरस लोकसभा सीट से जीतने के बाद अलीगढ़ जिले में पड़ने वाली इगलास विधानसभा सीट खाली हो गई थी.
- बहुजन समाज पार्टी - अभय कुमार
- कांग्रेस - उमेश कुमार
- बीजेपी - राजकुमार सहयोगी
समाजवादी पार्टी ने ये सीट अपनी सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के लिए छोड़ी थी. RLD ने इस सीट से सुमन दिवाकर को उम्मीदवार बनाया था. लेकिन जाति प्रमाण पत्र और बी फार्म समय से जमा नहीं किए जाने के कारण सुमन दिवाकर का नामांकन रद्द कर दिया गया है.
गोविंद नगर विधानसभा सीट
गोविंद नगर विधानसभा सीट बीजेपी के सत्यदेव पचौरी के कानपुर लोकसभा सीट से निर्वाचित होने के बाद खाली हो गई थी.
- बहुजन समाज पार्टी - देवी प्रसाद तिवारी
- कांग्रेस - करिश्मा ठाकुर
- बीजेपी - सुरेंद्र मैथानी
- समाजवादी पार्टी - सम्राट विकास
बलहा, विधानसभा सीट
इस सीट से बीजेपी के अक्षयवर लाल गौड़ विधायक थे, लोकसभा चुनावों में पार्टी ने उन्हें बहराइच सीट से उम्मीदवार बनाया था. सांसद निर्वाचित होने के बाद बलहा सीट खाली हो गई थी.
- बहुजन समाज पार्टी - रमेश गौतम
- कांग्रेस - मन्नू देवी
- बीजेपी - सरोज सोनकर
- समाजवादी पार्टी - किरन भारती
घोसी विधानसभा सीट
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के फागू चौहान ने जीत हासिल की थी. फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाए जाने के बाद उन्होंने इस सीट से अपना इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद निर्वाचन आयोग ने यहां पर उपचुनाव कराने की घोषणा की.
- बहुजन समाज पार्टी - अब्दुल कय्यूम
- कांग्रेस - राजमंगल यादव
- बीजेपी - विजय राजभर
उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले यहां समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बनाए गए सुधाकर सिंह का नामांकन खारिज हो गया है. निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, प्रत्याशी सुधाकर सिंह के नामांकन पत्र के साथ सिंबल के प्रपत्र पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का हस्ताक्षर अपेक्षित स्थान पर ना होने की वजह से उनका नामांकन खारिज कर दिया गया है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)