लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के दूसरे चरण के लिए जोर-शोर से प्रचार चल रहा है. राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. उत्तर प्रदेश की मेरठ लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) और समाजवादी पार्टी (SP) भी जोर-आजमाइश में जुटी है. मेरठ लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है.
मेरठ सीट पर बीजेपी ने टीवी धारावाहिक में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल पर दांव लगाया है. वहीं समाजवादी पार्टी ने दो बार टिकट बदलने के बाद पूर्व महापौर सुनीता वर्मा को मैदान में उतारा है. बीएसपी से देवव्रत त्यागी ताल ठोक रहे हैं.
किसान, गरीबी और आरक्षण पर बोलीं मायावती
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने देवव्रत त्यागी के समर्थन में हापुड़ रोड पर आयोजित रैली को संबोधित किया. इस दौरान मेरठ से मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट नहीं देने और किसी दूसरे समुदाय के उम्मीदवार को टिकट देने के पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा, "त्यागी-ब्राह्मण समाज की भावना और उनकी संख्या को देखते हुए हमने देवव्रत त्यागी को चुनाव मैदान में उतारा है."
बता दें कि 2019 में हाजी याकूब कुरैशी और 2014 में मोहम्मद शाहिद अखलाक को बीएसपी ने टिकट दिया था. दोनों बार बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र अग्रवाल की जीत हुई थी. हालांकि इस बार बीजेपी ने अरुण गोविल पर भरोसा जताया है.
किसानों के मुद्दे पर बात करते हुए मायावती ने कहा,
"देश के किसान बीजेपी सरकार में शुरू से ही परेशान और दुखी रहे हैं और अभी भी हैं जबकि यूपी में हमारी सरकार ने किसानों के हितों का विशेष ध्यान रखा है. हमने अपनी चारों हुकूमतों में किसानों को खेती करने के लिए समय से सस्ते साधन उपलब्ध कराये हैं. साथ ही हर फसल का उचित दाम भी हमारी सरकार ने दिया है."
अपने भाषण में बीएसपी सुप्रीमो ने आरक्षण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, "पूरे देश में दलितों, आदिवासियों एवं अन्य पिछड़े वर्गों का सरकारी नौकरियों में सालों से अधूरा पड़ा आरक्षण का कोटा भी नहीं भरा गया है."
"विशेषकर एससी/एसटी वर्गों के सरकारी कर्मचारियों का पदोन्नति में आरक्षण भी अब काफी हद तक प्रभावहीन ही बना दिया गया है."
समाजवादी पार्टी पर एससी/एसटी वर्गों के प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "क्या एसएसी-एसटी वर्ग के कर्मचारी ऐसी पार्टी को वोट देकर अपना वोट खराब करेंगे."
बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी की गलत नीतियों की वजह से किसान आंदोलित हैं तो दूसरी तरफ देश की अर्थव्यवस्था पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ा है. छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापारी भी काफी दुखी और परेशान हैं.
केंद्र सरकार द्वारा देश के गरीबों को मुफ्त राशन दिए जाने पर मायावती ने कहा, "इससे उनका स्थाई तौर पर भला होने वाला नहीं है. इनकी ये जटिल समस्या देश में हर हाथ को काम देने से ही दूर हो सकती है. जिसकी तरफ हमारी पार्टी की बनी सरकार विशेष रूप से ध्यान देगी."
चुनावी घोषणा पत्र जारी नहीं करने पर मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी कहने में कम और करके दिखाने में ज्यादा विश्वास करती है.
अखिलेश ने फोन से किया संबोधित
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का मेरठ जिले के हर्रा में होने वाला कार्यक्रम निरस्त हो गया है. एसपी प्रमुख ने दोपहर एक बजे यहां पहुंचना था पर बाद में बताया गया कि उनका कार्यक्रम निरस्त हो गया. कार्यक्रम निरस्त होने पर उन्होंने मोबाइल फोन के जरिए कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित किया.
अपने संदेश में उन्होंने कहा, "ये देश का चुनाव है, देश को बचाने का चुनाव है. संविधान को बचाने का चुनाव है. बाबा साहेब के काम और मान को बचाने का चुनाव है."
अखिलेश ने अपने संदेश में किसानों और नौजवानों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "अग्निवीर व्यवस्था खत्म होगी. किसानों को एमएसपी का कानूनी अधिकार मिलेगा.''
अखिलेश यादव ने बागपत से एसपी प्रत्याशी अमरपाल शर्मा को भारी बहुमत से जिताने की अपील की.
सीएम योगी का रोड शो
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल के लिए रोड शो किया. सीएम योगी का काफिला शहर की गलियों, बाजारों से होकर गुजरा. इस दौरान जगह-जगह फुल बरसाए गए. बता दें कि सीएम योगी पिछले एक महीने में पांचवीं बार मेरठ आए थे. सीएम योगी के लगातार दौरे से साफ है कि बीजेपी इस सीट पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
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