उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बरेली में कांग्रेस की ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मैराथन में भगदड़ जैसे हालात हो गई. कई छात्राएं एक दूसरे के ऊपर गिरने से दब गईं. भगदड़ मचने के बाद छात्राओं के जूते-चप्पल सड़क पर बिखर गए.
घटना होने के बाद कांग्रेस लीडर और पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन ने इसके राजनीतिक साजिश करार दिया है.
सुप्रिया ऐरन ने कहा कि जब वैष्णो देवी में भगदड़ मच सकती है, तो ये तो बच्चियां हैं. उन्होंने कहा कि ये इंसानी फितरत होती है. कांग्रेस के बढ़ते जनाधार को देखते हुए ये एक साजिश भी हो सकती है.
ज्यादा भीड़ होने से मची भगदड़
बरेली में हुए ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मैराथन का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भारी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया था. वीडियों छात्राएं दौड़ रही हैं और अचानक टक्कर होने के बाद कुछ लड़कियां एक-दूसरे के गिरती नजर आती हैं.
भगदड़ होने और बच्चियों के गिरने के बाद कार्यक्रम को आयोजित करवाने वाले लोगों ने छात्राओं को उठाया. रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना होने से छात्राओं को हल्की चोटें आई हैं.
बता दें कि आगामी चुनाव को देखते हुए पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान की शुरुआत की थी, जो अब तक प्रदेश के कई शहरों में आयोजित हो चुका है.
प्रियंका गांधी ने आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी में महिलाओं को 40 प्रतिशत सीटों पर टिकट देने का वादा किया है. इसके अलावा उन्होंने ऐलान किया है कि लड़कियों को स्कूटी और मोबाइल फोन भी दिया जाएगा.
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