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वसुंधरा का शक्ति प्रदर्शन, पार्टी और विरोधियों दोनों को संदेश? 

जन्मदिन के मौके पर दो दिन की देव दर्शन यात्रा के बहाने शक्ति प्रदर्शन कर रहीं वसुंधरा

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राजस्थान बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. यहां पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का धड़ा लगातार अपनी ताल ठोकने में जुटा है. 8 मार्च को वसुंधरा राजे के जन्मदिन पर एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है. हालांकि अब इसे धार्मिक यात्रा का नाम दिया गया है. लेकिन इससे पहले जतीपुरा गिरिराज मंदिर और फिर आदी बद्री मंदिर का दौरा कर वसुंधरा ने अपनी ताकत दिखाई है. जहां भारी संख्या में लोग उनका स्वागत करने पहुंचे थे.

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आलाकमान को याद दिलाया योगदान

वसुंधरा राजे ने लोगों की भीड़ के सामने एक बार फिर बीजेपी आलाकमान को याद दिलाया कि उनके परिवार ने राजनीति में क्या योगदान दिया है. अपनी दो दिन की देव दर्शन यात्रा की शुरुआत करते हुए वसुंधरा ने अपनी मां को याद करते हुए कहा कि उन्होंने बीजेपी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई और मैं उसी मां की बेटी हूं.

अब वसुंधरा का अपने जन्मदिन से ठीक पहले दिए इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. पिछले कई महीनों से वसुंधरा धड़ा लगातार अपनी मौजूदगी दिखाने की कोशिश में जुटा है, राजे धड़ा आरोप लगा रहा है कि पार्टी पूर्व सीएम को किनारे लगाने की कोशिश कर रही है. इसीलिए लगातार मौका मिलते ही शक्ति का प्रदर्शन किया जा रहा है.

वसुंधरा की इस यात्रा को भले ही धार्मिक एंगल दे दिया गया है, लेकिन इसमें कई विधायकों, पूर्व विधायकों और सांसदों की मौजूदगी बताती है कि ये राजस्थान बीजेपी में उनके खिलाफ खड़े नेताओं और सीधे आलाकमान को एक मैसेज है.

जन्मदिन के मौके पर शक्ति प्रदर्शन

बता दें कि वसुंधरा मंदिर में रहेंगी और 8 मार्च को अपने जन्मदिन पर यहां प्रार्थना करेंगी. इसके बाद वो अन्य मंदिरों का भी दौरा करेंगी और फिर भरतपुर से हेलीकॉप्टर के जरिए धौलपुर रवाना होंगी. राजे के एक कट्टर वफादार, प्रताप सिंह सिंघवी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा,

"राजे के 69 वें जन्मदिन के अवसर पर उनके स्वास्थ्य और लंबे जीवन के लिए प्रार्थना करने के लिए एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रक्रिया में, राजे उक्त क्षेत्र के मंदिरों का दौरा करेंगी और पूजन-दर्शन करेंगी. उनके समर्थक इस कार्यक्रम के दौरान उन्हें शुभकामनाएं देंगे."

नड्डा ने इशारों-इशारों में दी थी नसीहत

अब पहले ये यात्रा पूरी तरह से एक शक्ति प्रदर्शन के तौर पर होने जा रही थी, लेकिन बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की कोशिशों के बाद ये धार्मिक यात्रा तक सीमित है, नड्डा ने खुले तौर पर नेताओं से आत्म विश्लेषण करने के लिए कहा है.

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नड्डा ने राज्य कार्यकारी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि, पार्टी में लंबे समय तक कार्यकाल का आनंद लेने वाले नेता आत्मविश्लेषण करना बंद कर देते हैं. उन्होंने कहा था,

“जानबूझकर या अनजाने में, हम सभी मानते हैं कि हम सब कुछ जानते हैं. हालांकि, यह ठहराव की शुरुआत है .. सच्चाई यह है कि हमारी प्रोडक्टिविटी कम हो जाती है.”

उन्होंने कहा था, "मैं यहां सभी से आत्म-विश्लेषण करने का अनुरोध करता हूं. आपकी प्रतिबद्धता, आपकी प्रासंगिकता क्या है? राजनीति एक ऐसी जगह है जहां आपको प्रासंगिक होना चाहिए." इससे पहले, राजे की शक्ति प्रदर्शन यात्रा राजस्थान के कई जिलों में भव्य पैमाने पर आयोजित की जा रही थी. सूत्रों ने कहा कि यात्रा में भाग लेने के लिए एक विशाल काफिला तैयार किया गया था, हालांकि, कार्यक्रम में ऐन मौके पर बदलाव कर दिया गया. लेकिन बदलाव के बावजूद भी भरपूर शक्ति प्रदर्शन हो रहा है.

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