पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने शनिवार, 28 मई को राज्य से राज्यसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों (Rajya Sabha Candidates) की घोषणा की. पार्टी ने पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल (Balbir Singh Seechewal) और एंटरप्रेन्योर-सोशल एक्टिविस्ट बिक्रमजीत सिंह साहनी (Vikramjit Singh Sahney) को उम्मीदवार के रूप में नॉमिनेट किया है. AAP के ये दोनों उम्मीदवार पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने हिंदी में ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि
"मुझे बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आम आदमी पार्टी दो पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित शख्सियतों को राज्य सभा मेंबर बना रही है....एक वातावरण प्रेमी पद्म श्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल, दूसरे पंजाबी कल्चर से संबंधित पद्म श्री विक्रमजीत सिंह साहनी...दोनों को मेरी ओर से शुभकामनाएं"
आइए जानते हैं AAP के दोनों उम्मीदवार संत बलबीर सिंह सीचेवाल और बिक्रमजीत सिंह साहनी की क्या शख्सियत है और दोनों पद्म पुरस्कार विजेता क्या प्रभाव रखते हैं.
Balbir Singh Seechewal कौन हैं?
पद्म श्री पुरस्कार विजेता बलबीर सिंह सीचेवाल प्रसिद्ध पर्यावरण और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. बलबीर सिंह सीचेवाल को सतलुज और ब्यास की 160 किमी लंबी सहायक नदी के कायाकल्प के लिए 2017 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. काली बेन नाम की यह सहायक नदी कई दर्जन गांवों और कस्बों में सीवर का पानी बहाए जाने के कारण "एक गंदी नाली में बदल गयी" थी.
सिर्फ पद्म श्री ही नहीं बलबीर सिंह सीचेवाल को सार्क पर्यावरण पुरस्कार मिला है और उन्हें दलाई लामा द्वारा भी सम्मानित किया गया है.
बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब में अलग-अलग हिस्सों में वंचित तबकों के लिए स्कूल और कॉलेज भी बनवाए हैं.
'इको बाबा' के नाम से मशहूर बलबीर सिंह सीचेवाल को टाइम मैगजीन ने दुनिया में पर्यावरण के शीर्ष 30 हीरोज में से एक के रूप में सम्मानित किया है.
Vikramjeet Singh Sahni कौन हैं?
पद्म श्री पुरस्कार विजेता विक्रमजीत सिंह साहनी एक एंटरप्रेन्योर, शिक्षाविद् हैं जो जरूरतमंदों को दान देने और उनकी सहायता करने के लिए प्रसिद्द हैं. विक्रमजीत सिंह साहनी, विश्व पंजाबी संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जो 22 देशों में सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए काम करता है.
मालूम हो कि विक्रमजीत सिंह साहनी ने तीन चार्टर्ड प्लेन भेजकर 500 से अधिक अफगान हिंदुओं और सिखों को वहां से निकाला और उनके बच्चों की मुफ्त शिक्षा सुनिश्चित की और उनके पुनर्वास की व्यवस्था भी की.
कोरोना काल में उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाले मोबाइल टेस्टिंग क्लीनिक शुरू किये, 2,000 ऑक्सीजन सिलेंडर बांटे और हर दिन 1 लाख लोगों की सेवा करने वाला लंगर सेवा भी शुरू किया.
विक्रमजीत सिंह साहनी विकलांग जरूरतमंद युवाओं के लिए नि:शुल्क स्किल डेवलपमेंट सेंटर चलाने वाले सन फाउंडेशन के फाउंडर भी हैं.
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